पंजाब सरकार की नई परमिट नीति का विरोध

पंजाब मिनी बस ऑप्रेटर्स एसोसिएशन ने कहा-सरकार ने उनकी मांगें न मानी तो 9 अप्रैल को चंडीगढ़ में मिनी बस फूकेंगे

पंजाब सरकार की नई परमिट नीति का विरोध

चंडीगढ़: पंजाब मिनी बस ऑप्रेटर्स एसोसिएशन के प्रधान बलदेव सिंह बब्बू ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने मिनी बस मालिकों की किसी मांग को पूरा नहीं किया है। इस कारण वे अब आगे आर-पार की लड़ाई के लिए तैयार हो गए है। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से परमिट देने का ऐलान करके लोगों को झांसा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पहले ही मिनी बस ऑपरेटर्स तंगी की हालत में है, उन्हें अब ज्यादा नहीं हो रहा जिस कारण वे अपने परिवार का पेट भरने में भी पैसे नहीं जुटा पा रहे है। इसलिए वे अब सरकार के खिलाफ जंग का ऐलान कर रहे है।

परमिट नीति का विरोध

एसोसिएशन प्रधान ने कहा कि सरकार की ओर से अब पहले से मिनी बसों का काम करने वाले लोगों को बेरोजगार करने का काम करने को लेकर नई परमिट नीति को लेकर आए है। उन्होंने कहा कि पंजाब में पहले ही 6 हजार से ज्यादा मिनी बस ऑपरेटर्स है। अगर ऐसे में सरकार ने और ज्यादा लोगों को नया परमिट देने का काम किया तो परेशानी खड़ी हो जाएगी।

मुख्यमंत्री का आदेश मंत्री नहीं मानते

एसोसिएशन सदस्यों ने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अक्टूबर 2020 को ट्रांसपोर्ट मंत्री को हिदायत देते हुए मिनी बस ऑपरेटरों की मांगों को लेकर उनसे बात करने के लिए कहा था लेकिन आज तक ट्रांसपोर्ट मंत्री ने उनकी मांगों संबंधी कोई बातचीत नहीं की। उन्होंने कहा कि अगर उनकी मांगों को न माना गया तो आने वाले विधानसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी को मिनी बस एसोसिएशन अपनी बसों को रैलियो में नहीं भेजेंगे।

महिला सवारियों को फ्री में यात्रा का विरोध

एसोसिएशन प्रधान ने कहा कि सरकार की ओर से बजट सत्र के दौरान कहा गया है कि पंजाब में महिलाओं को फ्री में बस की सवारी करवाने का वे पूरी तरह से विरोध करते है। उन्होंने कहा कि मिनी बस वालों को पहले ही सवारियों की कमी है ऐसे में वे कैसे महिला सवारियों को फ्री में यात्रा करवा सकते है। उन्होंने कहा कि कैप्टन की सरकार ने यह काम 4 साल पहले क्यों नहीं किया, इस साल लोगों को अपने पक्ष में करने को लेकर इस तरह के ऐलान किए जा रहे है जिसका पूरी तरह से विरोध किया जाएगा।