हमारा मुकाबला किसी राजनीतिक दल से नहीं बल्कि बेशुमार पैसों वाली दमनकारी ताकतों से हैः आशा हुड्डा
सांसद दीपेन्द्र हुड्डा बोले, कांग्रेस सरकार बनने पर बाल्मिकी बोर्ड का गठन कराएंगे।
रोहतक, गिरीश सैनी। पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेन्द्र सिंह हुड्डा की धर्मपत्नी आशा हुड्डा ने रोहतक में आयोजित बूथ कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि हमारा मुकाबला किसी राजनीतिक दल से नहीं, बल्कि ऐसी ताकतों से है जिसने देश की सभी संस्थाओं को समाप्त कर दिया है। जिसके पास बेशुमार पैसा है, जो बेधड़क प्रशासन का गलत इस्तेमाल करती है और दमनकारी नीतियां चलाती है।
उन्होंने बूथ कार्यकर्ताओं से कहा कि बड़ी संख्या में वोट काटने की खबरें आई हैं, इसलिए वे अपने बूथ की पूरी वोटर लिस्ट लेकर सजगता से एक-एक घर में जाएं और सबका नाम वोटर लिस्ट में मौजूद हो, ये सुनिश्चित करें। मतदान के दिन समय से एक घंटा पहले अपने बूथ के बाहर निर्धारित स्थान पर पहुंचें और पोलिंग एजेंट मतदान खत्म होने के बाद अपने सामने ईवीएम सील कराएं और ईवीएम जाने तक वहां डटे रहें।
उन्होंने कहा कि 10 साल के कांग्रेस शासन में रोहतक ही नहीं पूरे हरियाणा का खूब विकास हुआ। रोहतक भी दिल्ली की तरह विकसित हुआ। लेकिन 2014 में सरकार बदली और जो मेट्रो रोहतक पहुंचती वो बहादुरगढ़ तक आकर रुक गई। उन्होंने कहा कि आज पूरे हरियाणा समेत रोहतक की जनता बीजेपी से परेशान और त्रस्त है। उन्होंने ऐलान किया कि ये लड़ाई हरियाणा के भविष्य को बचाने की, हरियाणा के युवाओं, बहन-बेटियों के मान-सम्मान को बचाने की लड़ाई है।
आशा हुड्डा ने कहा कि प्रदेश की कानून-व्यवस्था इस कदर बदहाल है कि शहर से बाहर निकलने में ही डर लगता है। हरियाणा में तो अब दिन में भी गाड़ी रोककर गोलियां बरसा दी जाती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सबसे ज्यादा बेरोजगारी है, युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा। कौशल निगम के जरिए सरकार बैक डोर से मेरिट और रिजर्वेशन को खत्म करने की साजिश को अंजाम दे रही है। कौशल निगम के नाम पर मनमाने ढंग से लगाया जाता है और मनमाने ढंग से हटा दिया जाता है।
उन्होंने रोहतक में मूलभूत सुविधाओं की बदतर व्यवस्था पर कहा कि आज घरों में महिलाओं को साफ पानी तक नहीं मिलता। रोहतक की कोई ऐसी सड़क नहीं बची जिसमें गढ्ढे न हों। जिस हरियाणा को कांग्रेस की हुड्डा सरकार ने बड़े-बड़े शिक्षण संस्थान खुलवाकर एजुकेशन हब बनाया था, वहां आज विश्वविद्यालयों में शिक्षक नहीं हैं। स्कूली अध्यापिकाओं से पढ़ाने की बजाय अन्य सरकारी काम कराए जाते हैं।
वहीं वाल्मिकी सम्मेलन और कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने भाजपा के एक सांसद के उस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी जिसमें भाजपा सांसद ने देश का संविधान बदलने के लिये 400 सीटें देने का नारा लगाया। दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि भाजपा बाबा साहब के संविधान को बदलने की चाहे जितनी भी कोशिश कर ले, हम संविधान के एक शब्द को भी बदलने नहीं देंगे। हम देश के संविधान पर कोई आंच नहीं आने देंगे। दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि ये चुनाव देश के संविधान को और हरियाणा को बचाने की लड़ाई है।
दीपेन्द्र हुड्डा ने हरियाणा में कांग्रेस सरकार आने पर बाल्मिकी समाज की सभी जायज मांगों को पूरा कराने का भरोसा देते हुए कहा कि कांग्रेस की हुड्डा सरकार ने एक कलम से 14000 सफाई कर्मचारियों को लगाया था। इस बार कांग्रेस सरकार आने पर सफाई कर्मचारियों को पक्का करेंगे और जनसंख्या के आधार पर सफाई कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने की मांग पूरा कराएंगे। सफाई कर्मचारी आयोग और हिमाचल और राजस्थान की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की तर्ज पर बाल्मिकी बोर्ड का गठन कराएंगे। एससी समाज और बीसी समाज का बैकलॉग को पूरा कराएंगे। प्रदेश में कांग्रेस सरकार आने पर 6000 रुपये महीने बुढ़ापा पेंशन देंगे। हर परिवार को महीने में 300 यूनिट बिजली मुफ्त देंगे। महंगाई से राहत के लिए रसोई गैस सिलेंडर 500 रुपये में देंगे। खाली पड़े 2 लाख सरकारी पदों पर पक्की भर्ती शुरु करेंगे, हर गरीब का पीला कार्ड बनवायेंगे। कर्मचारियों के लिये ओल्ड पेंशन स्कीम लागू करेंगे। 100-100 गज के प्लॉट की स्कीम दोबारा शुरू करेंगे और उन प्लॉट पर 3.5 लाख की लागत से 2 कमरे का मकान बनाने में सहायता देंगे।
उन्होंने कहा कि जो हरियाणा 2014 से पहले तक विकास का प्रतीक था, इस सरकार ने उस हरियाणा को विकास की पटरी से उतार कर बेरोजगारी, महंगाई, अपराध, नशे में नंबर 1 बना दिया। जिस हरियाणा में 2014 के पहले तक खुशहाली, अमन-चैन, शांति थी उसे अपराध में नंबर 1 पर पहुंचा दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सरकार ही ठेकेदार बन गयी और इजरायल के युद्ध क्षेत्र में यहां के नौजवानों को कौशल निगम के जरिये नौकरी करने भेज रही है, जबकि दूसरे देश वहां से अपने लोगों को निकालकर ला रहे हैं।
उन्होंने कहा कि बीजेपी-जेजेपी का समझौता 5100 रुपये पेंशन का नहीं बल्कि भ्रष्टाचार करने और प्रदेश को मिलकर लूटने का समझौता था। इस अवसर पर पूर्व सांसद शादीलाल बतरा, विधायक भारत भूषण बतरा, कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश लिलोठिया, विधायक जयवीर वाल्मीकि, विधायक शकुंतला खटक, विधायक बलबीर वाल्मीकि, पूर्व मंत्री राजकुमार वाल्मीकि सहित अन्य मौजूद रहे।