लघुकथा/पत्रकार/मनोज धीमान

लघुकथा/पत्रकार/मनोज धीमान
मनोज धीमान।

पत्रकार। जी हाँ। वह एक पत्रकार था। जब उसने पत्रकारिता ज्वाइन की थी। बड़ा जोश था। समाज को बदल देगा। समाज की सभी बुराईओं का अंत कर देगा। भ्रष्ट नेताओं की पोल खोल देगा। वह और भी बहुत कुछ करना चाहता था। उसने अपनी तरफ से प्रयास भी बहुत किये। लोगों के साथ हो रहे अन्याय को उजागर करने के लिए उसने कई बार अपना जीवन, अपनी नौकरी दांव पर लगा दी थी। लेकिन धीरे धीरे उसका जोश ठंडा पड़ने लगा था। उसे मालूम था कि समय के साथ साथ पत्रकारिता के मायने भी बदल गए हैं। उसे मैनेजमेंट व सम्पादक के आदेशानुसार ही काम करने के लिए कहा गया था। वह भी स्वयं को बेबस महसूस कर रहा था। अगर उसकी नौकरी ना रही तो वह बेटी का विवाह कैसे कर पायेगा, बेटे की कॉलेज की फीस कैसे भर पायेगा। इसलिए उसने समझौता करना ही बेहतर समझा। इस उम्र में नौकरी मिलना भी कठिन काम है। उसे मालूम था कि मार्किट में क्या चल रहा है। एक दिन सुबह जब वह ऑफिस पहुंचा तो सम्पादक ने तुरंत अपने कमरे में बुला लिया। सम्पादक ने एक कोरा कागज़ उसके सामने रख दिया और कहा - इस पर अपना अस्तीफा लिख दो। वह हैरान रह गया। उसे बताया गया कि स्लोडाउन के कारण कंपनी घाटे में चल रही है और खर्चे कम करने के लिए सबसे पहले "ए" ग्रेड के कर्मचारियों को निकाला जा रहा है जिनकी पगार सबसे अधिक है। उसने अपनी बात रखने की बहुत कोशिश की। बिना नोटिस के ऐसे कैसे निकाला जा सकता है। उसे धमकी दी गई कि अगर उसने पेपर पर अस्तीफा ना लिखा तो उसे ना तो दो महीने का वेतन मिलेगा और ना ही बेनिफिट्स। काम में त्रुटि निकाल कर कंपनी से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा। वैसे भी उसका कॉन्ट्रैक्ट तीन महीने बाद समाप्त होने वाला है। अस्तीफा देने के अतिरिक्त उसके पास अब कोई और रास्ता शेष नहीं था। उसने अस्तीफा दिया और कमरे से बाहर आ गया। कमरे के बाहर और भी कई सीनियर पत्रकार बैठे थे। सम्पादक को मिलने लिए अपनी-अपनी बारी की प्रतीक्षा कर रहे थे। उसने अपने केबिन से सामान उठाया और दफ्तर से बाहर निकल गया। तभी मोबाइल की घंटी बजी। उसने कॉल रिसीव की तो उधर से आवाज़ आई - सर नमस्कार, मैं गिरधर कुमार, ट्रेड यूनियन लीडर। शहर की कई फैक्ट्रियों में सैंकड़ों मजदूरों को बिना कोई कारण बताये, बिना कोई नोटिस दिए एक साथ निकाला जा रहा है। आप इस अन्याय के विरुद्ध अपने प्रतिष्ठित अखबार में कवर कीजिये। दोपहर एक बजे डीसी दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया जाएगा। सर आप आएंगे ना कवरेज के लिए......"