पी.सी.सी.टी.यू  ने प्राध्यापकों को कम वेतन देने पर प्रिंसिपलों को दी चेतावनी

पदाधिकारियों ने विडियो कॉन्फ़्रेंसिंग की करके मीटिंग की 

पी.सी.सी.टी.यू  ने प्राध्यापकों को कम वेतन देने पर प्रिंसिपलों को दी चेतावनी
पीसीसीटीयू प्रो. ब्रह्मवेद शर्मा, डा. सुखदेव सिंह रंधावा, डा. तरसेम भिंडर व डा विनय सोफट विडियो क्राफे्रसिंग की मीटिंग के दौरान यूनियन का प्रोग्राम बताते हुए।

जालन्धर: पंजाब चंडीगढ़ कॉलज टीचर यूनियन के पदाधिकारियों ने विडियो कॉन्फ़्रेंसिंग की करके मीटिंग की जिसमें जत्थेबन्दी के पदाधिकारियों ने भाग लिया। 
डा. ब्रह्मवेद शर्मा- प्रधान व प्रो. सुखदेव सिंह रंधावा- महासचिव पीसीसीटीयू ने कहा कि पंजाब में जिन कॉलेजों के प्रिंसिपलों ने प्राध्यापकों को अप्रैल महीने की तनख्वाह कम दी है पीसीसीटीयू उनके इस निंदनिय रवैइये की सख्त शब्दों में निंदा करती है। 
प्रो. घणशाम शर्मा- उप-प्रधान, प्रो. चरणजीत सिंह-फाईनांस सैक्रेटरी व प्रो. तरसेम भिंडर-जीएनडीयू एरिया सैक्रेटरी ने कहा कि पीसीसीटीयू काफी समय से पंजाब सरकार के साथ समूह कॉलेजों की ग्रांट के लिए जदोजहद व बातचीत लगातार करती रही है परंतु दुख की बात है कि कॉलेजों की  प्रिंसिपलों एसोसिऐशन ने पंजाब सरकार के साथ कोई भी मीटिंग ग्रांट को लेकर नहीं की जोकि खेदजनक है। समूह पीसीसीटीयू पदाधिकारियों ने श्री तिरिपत रजिंद्र सिंह बाजवा-कैबिनेट मनीस्टर पंजाब सरकार को कॉलेजों की सैलेरी ग्रांट रिलीज़ करने के लिए हार्दिक धन्यवाद प्रगट किया। 
डा. विनय सोफट-पूर्व महासचिव पीसीसीटीयू ने कहा कि कुछ कॉलेजों में प्रिंसिपलों ने एडहॉक स्टाफ को पुंजाब में क्फर्यू लगने से पहले रिलीव कर दिया था जोकि सरकार के निद्रेशों का खुलेआम उल्लंघन है, उनके खिलाफ कारवाई होनी चाहिए तथा उन्होंने पंजाब सरकार से 1925 सहायक प्रोफैसरों की कि गई भर्ती में कार्यरत 21600 रुपये पर कार्य कर रहे प्राध्यापकों की पंजाब सरकार द्वारा दी जाने वाली 75 प्रतिशत सैलेरी ग्रांट जोकि सरकार ने तीन साल से कॉलेजों को नहीं दी है कि घोर निंदा की तथा कहा कि इसे तुरंत जारी किया जाए वरना पीसीसीटीयू समस्त पंजाब में धरणा प्रदर्शन करने के लिए मजबूर हो जाएगी।