हुड्डा और उनके समर्थकों द्वारा किए गए कुमारी सैलजा के अपमान को हरियाणा की जनता कभी नहीं भूलेगीः केंद्रीय मंत्री मेघवाल

कहा, कांग्रेस पार्टी की परंपरा ही दलितों का अपमान करने की रही है।

हुड्डा और उनके समर्थकों द्वारा किए गए कुमारी सैलजा के अपमान को हरियाणा की जनता कभी नहीं भूलेगीः केंद्रीय मंत्री मेघवाल

रोहतक, गिरीश सैनी। केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कांग्रेस पार्टी के नेताओं द्वारा उनकी ही पार्टी की दलित नेता कुमारी सैलजा के विरुद्ध की गई अपमानजनक जातिगत टिप्पणियों की निंदा करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी की परंपरा ही दलितों का अपमान करने की रही है। भारतीय जनता पार्टी किसी भी नेता का अपमान बर्दाश्त नहीं करती, न ही अपशब्दों के प्रयोग को बढ़ावा देती है।

केंद्रीय मंत्री मेघवाल ने कुमारी सैलजा के अपमान को लेकर भूपेन्द्र सिंह हुड्डा और उनके समर्थकों पर हमला बोलते हुए कहा कि कुमारी सैलजा का जिस प्रकार से अपमान किया गया है, उसे हरियाणा की जागरूक जनता कभी नहीं भूलेगी और कांग्रेस को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।

केंद्रीय मंत्री ने शनिवार को रोहतक में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए आरक्षण खत्म करने के राहुल गांधी के बयान पर चर्चा करते हुए कहा कि गांधी परिवार के मन में खोट है, इसलिए रहाल राहुल गांधी आरक्षण को खत्म करना चाहते हैं। इस दौरान केंद्रीय मंत्री के साथ पूर्व मंत्री लाल बनवारी लाल, भाजपा के अनुसूचित जाति मोर्चा के अध्यक्ष सत्यप्रकाश जरावता, प्रदेश मीडिया प्रमुख अरविंद सैनी, सह-मीडिया प्रभारी शमशेर खरक सहित अन्य नेता मौजूद रहे।

केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का जिक्र करते हुए कहा कि इंदिरा गांधी के कार्यकाल में मंडल कमीशन का विषय आया जिसे उन्होंने ठंडे बस्ते में डाल दिया। आज राहुल गांधी ओबीसी हितैषी होने का दावा करते हैं, लेकिन इंदिरा गांधी ने उस समय ओबीसी आरक्षण से संबंधित रिपोर्ट को लागू नहीं किया था। जब पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह ने मंडल कमीशन की रिपोर्ट लागू की, तब राहुल गांधी के पिता राजीव गांधी ने 2 घंटे से अधिक समय तक लोकसभा में ओबीसी आरक्षण के विरोध में भाषण दिया था।

मेघवाल ने कहा कि गांधी परिवार के मन में ही खोट है और वो देश से आरक्षण हटाना चाहते हैं, यही उन्होंने अमेरिका में भी कहा। राहुल गांधी पर हमला करते हुए केंद्रीय मंत्री मेघवाल ने कहा कि वह हमें बदनाम कर रहे थे कि अगर 2024 के चुनाव में बीजेपी जीत गई तो भाजपा आरक्षण हटा देगी। उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से हमारे नेताओं के बयानों को तोड़ मरोड़ कर जनता के बीच पहुंचाया गया और ओबीसी समाज में भय फैलाया गया। लेकिन इस फेक नैरेटिव का शिकार जनता बार-बार नहीं बनेगी। उन्होंने कहा कि देश में यदि आरक्षण के खिलाफ कोई है तो वह गांधी-नेहरू परिवार है। कटाक्ष करते हुए मेघवाल ने कहा कि राहुल जब लोकसभा में संविधान की किताब लाए थे, तब हमारी ओर से कुछ लोगों ने उनसे पूछ लिया था कि इसमें अनुच्छेद कितने हैं और चैप्टर कितने हैं, लेकिन इनमें से किसी भी सवाल का जवाब राहुल गांधी नहीं दे पाए थे।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज राहुल गांधी संविधान में संशोधन की बात करते हैं, लेकिन वे ये भूल जाते हैं कि संविधान में सबसे अधिक संशोधन इंदिरा गांधी के कार्यकाल में हुआ, जब संविधान की आत्मा को बदल दिया गया। उस समय उन्होंने एक ऐसा संशोधन कर दिया था जिसके तहत राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और स्पीकर के चुनाव को कोर्ट में चुनौती नहीं दी जा सकती। संविधान की प्रस्तावना में समाजवाद, और धर्मनिरपेक्षता शब्द संविधान निर्माताओं ने शामिल नहीं किए थे, लेकिन कांग्रेस ने संशोधन करके उसे भी बदल दिया।

केंद्रीय कानून मंत्री ने कहा कि जब संविधान पर चर्चा हो रही थी तब सदन में बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर ने अनुच्छेद-32 को हमारे संविधान की आत्मा बताया था, पर कांग्रेस ने बाबा साहेब का अपमान करते हुए उसे भी बदल दिया। उन्होंने जनता को भरोसा दिलाया कि भाजपा संविधान को न तो कभी समाप्त करेगी और न कभी समाप्त होने देगी। एससी, एसटी और ओबीसी का जो आरक्षण है, वह हमेशा लागू रहेगा।