फोटोग्राफी कला की अभिव्यक्ति ही नहीं, कलाकार के भावों का प्रतिबिंब भी हैः प्रो. वंदना बिश्नोई

हिसार, गिरीश सैनी। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विवि की प्रथम महिला डा. वंदना बिश्नोई ने कहा है कि कैमरे के माध्यम से तस्वीरों को उतारना एक बेहतरीन कला है। फोटोग्राफी केवल कला की अभिव्यक्ति ही नहीं, बल्कि कलाकार के भावों का प्रतिबिंब भी है।
डा. वंदना बिश्नोई शुक्रवार को विवि के फोटोग्राफी क्लब 'प्रतिबिंब' द्वारा आयोजित दो दिवसीय फोटोग्राफी प्रतियोगिता व प्रदर्शनी के समापन समारोह में मुख्यातिथि के रूप में संबोधित कर रही थी। समारोह की अध्यक्षता फोटोग्राफी क्लब के सलाहकार प्रो. संजीव कुमार ने की।
मुख्यातिथि डा. वंदना बिश्नोई ने विजेताओं को बधाई देते हुए कहा कि यह फोटो प्रदर्शनी प्रकृति को देखने और दिखाने का एक शानदार प्रयास है। इस प्रदर्शनी ने विद्यार्थियों की प्रतिभा को उजागर किया है।
फोटोग्राफी क्लब के सलाहकार प्रो. संजीव कुमार ने इस आयोजन पर सभी का विशेष आभार व्यक्त किया और कहा कि इस आयोजन ने हमें भविष्य में और अधिक दृढ़ता से काम करने की प्रेरणा दी है। क्लब संयोजक डॉ मिहिर रंजन पात्र ने बताया कि विवि स्तर पर क्लब द्वारा पहली बार आयोजित इस प्रतियोगिता में 60 से ज्यादा प्रतिभागियों ने अपना कौशल तस्वीरों के माध्यम से दिखाया। इस प्रतियोगिता में दो श्रेणियों में प्रविष्टि आमंत्रित की गई थी- विद्यार्थी और पेशेवर व शौकिया। प्रथम स्थान के लिए कोई उपयुक्त प्रविष्टि नहीं आई। पेशेवर व शौकिया श्रेणी में द्वितीय स्थान गुलशन कुमार ने हासिल किया। तीसरे स्थान पर निशीथ शुभंकर रहे। सांत्वना पुरस्कार पेशेवर श्रेणी में ही दीपक कुमार गुप्ता और प्रवीण को दिया गया। विद्यार्थी श्रेणी में द्वितीय पुरस्कार अभिषेक व तृतीय पुरस्कार कार्तिक को मिला। विद्यार्थी श्रेणी में सांत्वना पुरस्कार मासूम, सुधीर, आदिल, वर्षा, कमलप्रीत व मीमांसा शर्मा को मिला। दर्शकों द्वारा करवाए गए चुनाव में विशेष सांत्वना पुरस्कार सौरभ को दिया गया।