कड़ी धूप में भी पीएलसी सुपवा के प्राध्यापकों का प्रदर्शन जारी
वेतनमान व पदोन्नति को लेकर शिक्षक एक माह से अधिक समय से कर रहे प्रदर्शन।
रोहतक, गिरीश सैनी। पीएलसी सुपवा के प्राध्यापकों ने वेतनमान व पदोन्नति को लेकर जारी अपने विमर्श प्रदर्शन को एक माह से अधिक बीतने के बाद अब और अधिक तेज करते हुए दोपहर के लंच के दौरान कड़ी धूप में भी प्रदर्शन किया। शिक्षकों ने प्रशासन से अपने अड़ियल रवैये को बदलते हुए शिक्षकों से बात करने और उनकी मांगों का निवारण करने की मांग की। विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष इंद्रनील घोष, सचिव दुष्यंत और उपाध्यक्ष दीपक सिनकर ने एक संयुक्त बयान में कहा कि कि तमाम शिक्षक लगातार क्लास ले रहे हैं ताकि शैक्षणिक कार्यों में बाधा न पहुंचे, फिर भी प्रशासन का रवैया शिक्षकों के प्रति नकारात्मक महसूस होता है। पिछले 12 सालों से बिना किसी पदोन्नति के शिक्षकों का करियर थम गया है। नई भर्तियों के वेतनमान पुराने शिक्षकों से कहीं अधिक है जिस कारण आर्थिक विषमता बढ़ती जा रही है। शैक्षणिक और प्रोफेशनल योग्यता रखने के बावजूद भी शिक्षकों को यूजीसी के अनुसार वेतनमान नहीं दिया जा रहा। ना ही उन्हें सातवें वेतन आयोग के लाभ दिए जा रहे हैं।
शिक्षकों का कहना है कि विवि प्रशासन पिछले साल सितंबर माह में आए यूजीसी वेतनमान 7वें सीपीसी संबंधी सरकारी आदेश को भी लागू नहीं कर रहा है। सुपवा के नियमित शिक्षक यूजीसी के मुताबिक वेतनमान न मिलने और सीपीसी के अनुसार वेतन वृद्धि न किए जाने को लेकर अनेकों बार मौखिक एवं लिखित में अपने मांग पत्र विवि प्रशासन को दे चुके हैं। शिक्षक संघ ने जल्द से जल्द शिक्षकों का हक उन्हें दिए जाने की मांग की।