माइक्रोबायोलॉजी के विद्यार्थियों को दिया व्यक्तित्व विकास व समय प्रबंधन का व्यावहारिक ज्ञान

सात दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला संपन्न।

माइक्रोबायोलॉजी के विद्यार्थियों को दिया व्यक्तित्व विकास व समय प्रबंधन का व्यावहारिक ज्ञान

रोहतक, गिरीश सैनी। एमडीयू के माइक्रोबायोलॉजी विभाग द्वारा करियर काउंसलिंग एवं प्लेसमेंट सेल (सीसीपीसी) के सहयोग से सॉफ्ट कम्युनिकेशन स्किल्स पर आयोजित सात दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला संपन्न हो गई।

माइक्रोबायोलॉजी विभागाध्यक्षा डा. पूजा सुनेजा ने बताया कि इस कार्यशाला में महिंद्रा प्राइड एवं नंदी फाउंडेशन के प्रशिक्षक डॉ. संदीप सुनेजा ने विभिन्न कौशल संवर्धन गतिविधियों के माध्यम से व्यक्तित्व विकास, सॉफ्ट स्किल्स, बायोडाटा लेखन और समय प्रबंधन के बारे में व्यावहारिक ज्ञान दिया।

समापन सत्र में डीन, आर एंड डी प्रो. अरुण नंदा ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की तथा सीसीपीसी निदेशिका प्रो. दिव्या मल्हान ने अध्यक्षता की। प्रो. अरुण नंदा ने कार्यशाला के सफल समापन के लिए आयोजकों को बधाई देते हुए कहा कि सकारात्मकता की शक्ति से प्रत्येक व्यक्ति जीवन में किसी भी बाधा को पार कर सकता है। उन्होंने कहा कि टीम वर्क हमें विभिन्न विचारों और अनुभवों को मिलाने में मदद करता है, जिससे हमारी समस्या-समाधान कौशल में सुधार होता है। प्रो. दिव्या मल्हान ने विद्यार्थियों को अपने सपनों का पीछा करने के लिए प्रोत्साहित किया।

प्रारंभ में विभागाध्यक्षा डॉ. पूजा सुनेजा ने स्वागत भाषण दिया और करियर निर्माण में सॉफ्ट कम्युनिकेशन स्किल्स की भूमिका पर प्रकाश डाला। डॉ. के.के. शर्मा, एसोसिएट डीन, आर एंड डी ने करियर निर्माण के अवसरों के बारे में बात की और विद्यार्थियों को जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। कार्यशाला में विभाग के एमएससी तृतीय सेमेस्टर के विद्यार्थियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया और कार्यशाला के बारे में अपनी प्रतिक्रिया दी। कार्यशाला का समन्वयन सीसीपीसी की विभागीय समन्वयक डॉ. अनीता संथाल ने किया। समापन सत्र के दौरान डॉ. पूजा गुलाटी व डॉ. संजय कुमार सहित शोधार्थी व विद्यार्थी मौजूद रहे।