आईटी टूल्स द्वारा प्रशासनिक तंत्र चलाने के माहिर हैं दोआबा कॉलेज के प्रिं. डॉ. प्रदीप भंडारी 

आईटी टूल्स द्वारा प्रशासनिक तंत्र चलाने के माहिर हैं दोआबा कॉलेज के प्रिं. डॉ. प्रदीप भंडारी 

हाल ही में डा. प्रदीप भंडारी ने शहर के बहुप्रतिष्ठत दोआबा कॉलेज, जालन्धर के 11वें प्रिंसीपल के तौर पे ज्वायन किया है जिसे पूर्व में नैक द्वारा ए ग्रेड तथा यूजीसी द्वारा कॉलेज फॉर पोटेंशियल विद एकसिलेंस (सीपीई) स्टेटस द्वारा नवाजा गया है। डा. प्रदीप भंडारी कॉलेज के ही पोस्ट ग्रेजुऐट कम्पयूटर साईंस एवं आईटी विभाग के विभागध्यक्ष रहें हैं तथा उन्होंने कॉलेज में 20 वर्ष बतौर प्राध्यापक अपनी बहुमूल्य सेवाएँ दीं है। गौरयोग है कि डा. प्रदीप भंडारी ने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा 10वीं केन्द्रीय विद्यालय गुरदासपुर से 1993, ग्रेजूएशन गर्वनमेंट कॉलेज, गुरदासपुर से 1998, एमसीए- जीएनडीयू अमृतसर से 2001 व पीएचडी- पंजाबी यूनीवर्सिटी पटियाला से कम्पयूटर साईंस एवं इंजीनियरिंग विषय पर 2017 में की है इसके साथ ही उन्होंने पीजी डिपलोमा इन बिजनेस मैनेजमेंट जीएनडीयू से 2003, पीजी डिपलोमा इन एजूकेशन मैनेजमेंट एंड एडमिनिस्ट्रेशन 2018, एनआईटीआर चंडीगढ़ से बकायदा ट्रेनिंग लेने के उपरान्त तीन कोर्सिस- साईबर सिकियोरिटी, साईबर क्राईम एंड फोरेनसिक टूलस एवं ऐन्ड्रोएड एप्प डिवेलेपमेंट तथा एनपीटीईएल से तीन प्रोग्राम- साईबर लॉ, ब्लॉक चैन टेकनॉलजी एवं बिग डाटा किए हैं जिसकी जानकारी व सिखलाई वह समय समय पर अपने विद्यार्थियों को देते रहे हैं। 
प्रिं. डॉ. प्रदीप भंडारी ने कॉलेज में क्रान्तीकारी समय के अनुरूप कार्य कॉलेज में 2017 में ई-कॉन्टेंट सेन्टर स्थापित करके किया जिसके अन्तर्गत उन्होंने गुरू नानक देव यूनीवर्सिटी, अमृतसर के सलैबस के अनुसार विद्यार्थियों को अपनी क्षेत्रिये भाषाओं में विभिन्न विषयों पर मैटर अथवा ई-कॉन्टेंट कॉलेज की वैबसाईट https://doabacollege.net/ में मुफ्त में उपलब्ध करवाया गया जिसके अन्र्तगत 800 से ज्यादा ई-कॉन्टेंट मैटीरीयल (पीडीएफ फाइल्स, पीपीटी, एमएमवर्ड फाईलस व विडियो लैक्चरस) सभी क्षेत्रों के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं।
कॉलेज में बतौर विभागध्यक्ष पीजी डिपारटमेंट ऑफ कम्पयूटर साईंस एवं आईटी रहते हुए डॉ. भंडारी ने कॉलेज की 2004 व 2014 की नैक तथा कॉलेज फॉर पोटेंशियल विद एकसिलेंस (सीपीई)स्टेटस यूजीसी से दिलवाने, यूजीसी से बीवॉक कोर्सिस, कैरियर ओरिएंटेड कोर्सिस- ईंटरनेट एंड वैब डिजाईनिंग, डैस्कटॉप पब्लीकेशन व ग्राफिकस एंड एनीमेशन दिलवाने में अहम भूमिका निभाई थी। 
प्रिं. डॉ. प्रदीप भंडारी ने कॉलेज में बतौर विभागध्यक्ष पिछले कुछ वर्षों में समुचे कॉलेज में वाईफाई नेटवर्क स्थापित करने, कॉलेज वैबसाईट डिवैलप करने जिसमें उन्होंने अपनी टीम के साथ आर्य शिक्षा मण्डल, जालन्धर तथा गुरूकुल, करतारपुर की भी वैबसाईट डिवैलप की। उन्होंने कॉलेज के एडमिनिस्ट्रेशन बलॉक एवं विभागों, कॉलेज फीस सैक्शन व कॉलेज लाईब्रेरी का सुचारू ढंग से समस्त कम्पयूटरीकरण तथा विद्यार्थियों के लिए स्टूडेंट प्रोफॉरमिंग मोनिटरिंग सिस्टम (स्क्करूस्) भी डिवैलप किया तथा कोरोना काल में कॉलेज में बखूबी ढंग से ऑनलाईन यूनीवर्सिटी एगजामीनेशनस की प्रक्रिया को बढिय़ा ढंग से लागू किया। डा. भंडारी ने हाल ही में बतौर प्रिंसीपल ज्वाईन करते ही कॉलेज की ऑनलाईन अडमीशन प्रक्रिया भी लागू कर दी है। 
डा. प्रदीप भंडारी ने बातचीत करते हुए भावी योजनाओं के बारे में बताते हुए कहा कि वह कॉलेज की टीचिंग लर्निंग को बेहतर बनाने के लिए आईटी टूल के द्वारा स्किल डिवैल्पमेंट कोर्सिस व प्रोग्राम आरम्भ करने जा रहे हैं जिसके अन्तर्गत वह विद्यार्थियों को जीएनडीयू के कोर्सिस के साथ साथ विभिन्न प्रकार के स्किल डिवैलपमेंट कोर्सिस कॉलेज में पढ़ाए जाएंगे जिससके की विद्यार्थी वर्तमाण गलोबल कम्पीटेटिव वर्लड में कम्पीटीशनस कलीयर कर क्लास-1 तथा क्लास-2 कैटेगिरी की नौकरियों की रिटन परीक्षायों एवं साक्षतकार में उत्तरीर्ण होकर अपने शिक्षण संस्थान का नाम रोशन कर सकेगा या एक बढिय़ा उद्यमी बन सकेगा। विद्यार्थियों को कम्पीटीशनस हेतू तराशने के लिए कॉलेज के यूनीक सैलिंग प्वाईंट डीसीजी स्कूल ऑफ कम्पीटेटिव एगजामीनेशनस अहम भूमिका निभाएगी।  
डा. प्रदीप भंडारी ने समाज व शहरवासियों की जागरूकता हेतु सीनीयर सिटीजन्स एवं रूरल एरिया के विद्यार्थियों के लिए पिछले दस वर्षों से कम्पयूटर हार्डवेयर एवं नेटवर्किंग विषय पर कम्पयूटर अवेयरनेस प्रोग्रामस तथा जालन्धर जिले के पुलिस कर्मियों के लिए भी कम्पयूटर अवेयरनेस के 6 वर्कशॉप के बैचिस बखूबी लगाए थे।