प्रो सुनीता सैनी ने छात्राओं को बताई तर्कभाषा की उपयोगिता
रोहतक, गिरीश सैनी। एमडीयू के संस्कृत पालि एवं प्राकृत विभाग की प्रो सुनीता सैनी ने छात्राओं को भारतीय दर्शनशास्त्र के संदर्भ में सांख्यकारिका व तर्कभाषा की उपयोगिता एवं महत्व से अवगत कराया।
प्रो सुनीता सैनी मंगलवार को बीपीएस महिला विवि के संस्कृत विभाग में आयोजित विस्तार व्याख्यान को बतौर मुख्य वक्ता संबोधित कर रही थी। उन्होंने भारतीय दर्शनशास्त्र परंपरा का स्वरूप, जीवन का परम उद्देश्य से संबंधित पुरुषार्थ का विवेचन तथा न्याय दर्शन के महत्व को स्पष्ट किया और छात्राओं का मार्गदर्शन किया। उन्होंने सांख्य व न्याय दर्शन दोनों विचारधाराओं में साम्य एवं वैषम्य पर भी प्रकाश डाला।
इस दौरान संस्कृत विभागाध्यक्ष प्रो गीता फोगाट, डॉ० श्रीलेखा चौबे व मनीष कुमार सहित छात्राएं मौजूद रही।