अपने अंदर के इंसान को खोजने का काम ही मनोविज्ञान हैं : डाॅ वीर सिंह यादव
मनोविज्ञान अपने अंदर के आदमी को खोजने का नाम है। हम अपने अंदर के आदमी को खोजें। यह कहना है माॅडल टाउन स्थित एक एन जी ओ 'शांति मिशन' चलाने वाले मनोचिकित्सक डाॅ वीर सिंह यादव का! आज उनसे खास बातचीत की गयी!
- कमलेश भारतीय
मनोविज्ञान अपने अंदर के आदमी को खोजने का नाम है। हम अपने अंदर के आदमी को खोजें। यह कहना है माॅडल टाउन स्थित एक एन जी ओ 'शांति मिशन' चलाने वाले मनोचिकित्सक डाॅ वीर सिंह यादव का! आज उनसे खास बातचीत की गयी!
#आप मूल रूप से कहाँ से संबंध रखते हैं?
# रेवाड़ी के निकट गाँव लोहाना से हूँ मैं!
# आपकी शिक्षा कहाँ से और कितनी हुई?
# हिसार के ठाकुर दास स्कूल से मैट्रिक और फिर प्री मेडिकल गवर्नमेंट काॅलेज से!
# मनोचिकित्सक बनने का कैसा सोचा?
#मज़ेदार बात है कि हम जुड़वां भाई हैं। दूसरे भाई का नाम रण सिंह है! हम दोनो भाइयों का सपना आई ए एस बनने का था! मेरे भाई तो आई आर आर एस बन गये लेकिन मैं रह गया। तब मैंने एमडी यूनिवर्सिटी, रोहतक से एम बी बी एस किया और एम डी भी की।
#पहले कहाँ से सीखा?
#दिल्ली के शाहदरा के आई एच बी ए एस इंस्टीट्यूट में!
# फिर हिसार में कब से?
# सन् 2006 से!
# मनोविज्ञान समाज में क्या भूमिका निभाता है?
# मनोविज्ञान की आज समाज में बहुत बड़ी जरूरत है। खासतौर पर कोरोना महामारी के बाद! इसकी जरूरत बड़ गयी!
# कैसे? क्या कारण रहा?
# कोरोना के चलते डिप्रेशन के मामले बहुत तेज़ी से बढ़कर देश में दस प्रतिशत से पच्चीस से प्रतिशत बढ़ गये! यानी दुगुने से भी ज्यादा हो गये! आप देखिए कि कोरोना के बाद अमेरिका जैसे देश में यह आंकड़ा पचास प्रतिशत तक पहुँच गया!
# मनोविज्ञान की समाज में क्या भूमि का है?
# इंसान अपने अंदर के इंसान को खोजे! इसके साथ ही एक एनजी ओ 'शांति मिशननाम से चला रखा है, जिसका उद्देश्य युवाओं को नशे की लत से मुक्ति दिलाना है! इसके साथ ही अपनी संस्कृति से भी जोड़ने का प्रयास करता हूँ!
# खाली समय में क्या शौक है?
# संगीत, ग़ज़लें सुनना और गाना भी! किशोर कुमार के गाने भी गा लेता हूँ!
# अपने परिवार के बारे में बताइये!
# मेरी पत्नी अंजू यादव रेडियोलोजिस्ट हैं। वे पहले ज़िंदल अस्पताल में सेवायें देती रहीं और आजकल हमारी एन जी ओ में सहयोग दे रही हैं!