दूरदर्शन व एयरपोर्ट की पहेली
-*कमलेश भारतीय
हिसार में चौ देवीलाल स्मृति दूरदर्शन व महाराजा अग्रसेन एयरपोर्ट की पहेलियां बड़ी अजब गजब हैं ! इस पहेली को हिसार से कांग्रेस सांसद जयप्रकाश ने संसद के बजट सत्र में सबके सामने रख कर पूछा भी और बताया भी कि यह कैसा एयरपोर्ट है, जिसका अब तक आठ बार उद्घाटन हो चुका है मगर शुरू हुआ नहीं ! मज़ेदार बात है कि कभी इसका शिलान्यास होता है तो कभी उद्घाटन लेकिन आज तक पता नहीं चला कि कौन सा एयरपोर्ट बनाया जा रहा है ! कभी कहा जाता है कि यहां कार्गो एयरपोर्ट बनेगा, कभी इंटरनेशनल तो कभी नेशनल एयरपोर्ट कह दिया जाता है ! एयरपोर्ट के नाम पर हिसार की जनता को लगातार भ्रमित किया जा रहा है ! तो आप ही बताइये इस पहेली का रहस्य या सही जवाब क्या है ?
इसी प्रकार लगभग बीस साल पहले हिसार में भाजपा के शासनकाल में ही चौ देवीलाल स्मृति हिसार दूरदर्शन बनाया गया लेकिन लगभग दो साल पहले भाजपा के पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने इसे बंद करने के आदेश जारी कर दिये ।
जहां तक खुद मेरी एक हिसारवासी होने के नाते जानकारी है हिसार दूरदर्शन के पैंतीस कच्चे कर्मचारी बेरोजगार हो गये तो स्थायी कर्मचारी इधर उधर भेज दिये गये । यह केंद्र हरियाणा जैसे कृषि प्रधान राज्य के किसानों के लिए लाइफ लाइन था और इसका किसान कार्यक्रम बहुत लोकप्रिय व उपयोगी था क्योंकि हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि वैज्ञानिक इस कार्यक्रम में किसानों को समयानुसार फसलों के लिए उपयोगी सुझाव दिया करने थे ! हरियाणा के लोक कलाकारों व साहित्यकारों को मंच मिल रहा था और यह हरियाणवी संस्कृति को प्रोत्साहित कर रहा था, यह मंच भी कलाकारों से छीन लिया गया ! अब यहां से मूलभूत उपकरण तक उखाड़ कर ले जाये जा चुके हैं जबकि हिसार 'दूरदर्शन बचाओ संघर्ष समिति' अब तक धरना जारी रखे हुए है । कभी डी डी किसान कार्यक्रम शुरू करवाने का आश्वासन पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने हमारे प्रतिनिधिमण्डल को दिया था और वे चौ देवीलाल के वंशज होने के बावजूद इसे बचा नहीं पाये ।
देखा जाये तो एयरपोर्ट और दूरदर्शन हिसार ही नहीं हरियाणा की लाइफ लाइन हैं जिनमें दूरदर्शन बंद करने का ठीकरा भी भाजपा पर ही फोड़ा जा रहा है तो एयरपोर्ट का अब तक विधिवत उद्घाटन के बाद सुचारू रूप से शुरू न होना, ये दो पहेलियां तो हैं ही ! हिसार के सांसद जयप्रकाश ने दुखती रग पकड़ कर इन्हें संसद में उठा दिया ! वैसे पूर्व सासद व पूर्व प्रशासनिक अधिकारी रहे बृजेंद्र सिंह ने भी हमारे प्रतिनिधिमण्डल को दिये आश्वासन के बाद तब केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर से मुलाकात कर हिसार दूरदर्शन को बचाने की कोशिश की थी लेकिन कामयाब नहीं हुए ! इसी प्रकार बृजेंद्र सिंह ने संसद में एयरपोर्ट का सवाल भी उठाया था कि आखिर यह तो बताइये कि यह इंटरनेशनल एयरपोर्ट है या नेशनल ! यानी दोनों पहेलियों से पूर्व सांसद भाजपा में होते हुए भी खूब परिचित थे लेकिन कुछ परिणाम न निकला और आखिर वे भाजपा छोड़कर कांग्रेस में ही शामिल हो गये ! अब देखते हैं कि हिसार की ये दो पहेलियां विधानसभा चुनाव में क्या रंग दिखाती हैं?
ज़िंदगी कैसी है पहेली हाय!
कभी ये रुलाये, कभी ये हंसाये
हिसार दूरदर्शन व एयरपोर्ट
किसी नेता को रुलाये, किसी को हंसाये!!
-*पूर्व उपाध्यक्ष, हरियाणा ग्रंथ अकादमी।