समाचार विश्लेषण/असली कांग्रेस का सवाल उठा

समाचार विश्लेषण/असली कांग्रेस का सवाल उठा
कमलेश भारतीय।

-कमलेश भारतीय 
 आखिर कपिल सिब्बल ने अपना सारे कर्ज चुका दिया गांधी परिवार का, यह कहते हुए कि असली कांग्रेस तो हम हैं यानी जी 23 समूह न कि सोनिया गांधी या राहुल गांधी । वाह । यह है कांग्रेस का असली चेहरा ? क्या यही है कांग्रेस का असली चेहरा ? सवाल उठता है और कपिल सिब्बल ने उठा भी दिया और बता भी दिया डिनर डिप्लोमेसी करके जिसमें कांग्रेस के ही नेता -गुलाम नवी आज़ाद, पी चिदम्बरम , कार्ति चिदम्बरम , आनंद शर्मा, भूपेंद्र सिंह हुड्डा , शशि थरूर , मनीष तिवारी , पृथ्वीराज चौहान , राज बब्बर और मुकुल वासनिक भी विपक्षी दलों के प्रतिनिधियों के साथ शामिल हुए । मज़ेदार बात कि इसमें अकाली व बीजद नेता भी शामिल हुए लेकिन गांधी परिवार का कोई सदस्य इसमें न आमंत्रित था और न ही शामिल हुआ । जब  मेजबान कपिल सिब्बल से पूछा गया कि क्या इससे सोनिया गांधी नाराज नहीं होंगीं तो जवाब आया कि वे क्यों नाराज होंगीं ? अरे असली कांग्रेस तो हम हैं । यानी यह है कांग्रेस का असली चेहरे का दम भरने वाले लोग । देख लीजिए असली कांग्रेस का चेहरा । बाकी जो मानसून सत्र में राहुल गांधी संसद तक ट्रैक्टर या साइकिल यात्रा पर गये वह तो कोई दूसरी कांग्रेस थी । जो किसानों के बीच राहुल गांधी गये , वे किसी और कांग्रेस के नेता रहे होंगे । 
याद है जब पश्चिमी बंगाल के चुनाव आने वाले थे तब जम्मू में इस जी 23 समूह का पहली बार प्रदर्शन हुआ था गुलाम नवी आज़ाद के नेतृत्व में और पश्चमी बंगाल में इनमें से कोई नेता प्रचार करने नहीं गया और कांग्रेस शून्य पर आउट हो गयी । अब पंजाब,  उत्तराखंड और यूपी में चुनावों की तैयारियां चल रही हैं ।  प्रियंका गांधी यूपी के दौरों पर रहती हैं । पंजाब में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बदल कर संकेत दिये गये कि हम कांग्रेस के लोग एकजुट हैं जबकि वहां फूट बढ़ती जा रही है बाकी हवा यह जी 23 बना देगा । मतलब साफ है कि जी 23 के नेता गुलाम नवी आज़ाद एक गुप्त एजेंडे पर काम कर रहे हैं । वैसे यह गुप्त एजेंडा रहा नहीं । यह ऐसा काम है जो भाजपा को बहुत भा रहा है । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा भी था जब गुलाम नवी आज़ाद राज्यसभा से  अपना कार्यकाल पूरा कर विदा हो रहे थे कि मैं आज़ाद की सेवायें लूंगा और सेवायें कैसी ये आपके सामने है यानी कांग्रेस में गांधी परिवार की घोर उपेक्षा शुरू । कांग्रेस के पूर्णकालिक अध्यक्ष की मांग शुरू । कांग्रेस को कमज़ोर करने का या दिखाने का काम शुरू । बताओ अब भाजपा को और क्या चाहिए? 
दूसरी ओर कांग्रेस हाईकमान में इतना दम नहीं बचा कि ऐसे तेवर दिखाने वालों पर कोई कारण बताओ नोटिस ही जारी कर दे ? इतनी कमज़ोर हाईकमान के सामने हर राज्य में सिर उठाने वाले लोग मौजूद हैं और राहुल गांधी कह रहे हैं कि जो आरएसएस के निकट हैं वे कांग्रेस छोड़ जायें तो क्या आपको अब पता नहीं चल रहा कि कौन किसके निकट है और इनको बाहर का रास्ता दिखा दो ? क्या कांग्रेस हाईकमान इन पर कार्यवाही करने का दम रखती है या मूक दर्शक बनी रहेगी ? फिर यह तो बताओ कि आखिर असली कांग्रेसी कौन ?