समाचार विश्लेषण/जी टी रोड पर राहुल का ट्रक बल्लिये 

समाचार विश्लेषण/जी टी रोड पर राहुल का ट्रक बल्लिये 
कमलेश भारतीय।

-*कमलेश भारतीय 
अभी राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का खुमार हरियाणा में उतरा नहीं लगता । इसीलिये न तो राहुल गांधी का जी भरा है और न ही हरियाणा के कांग्रेस नेताओं का ! तो तो जी टी रोड पर राहुल बाबा फिर से दुहाइयां देते आ पहुंचे आधी रात को ! इससे अम्बाला में दाढ़ी वाले बाबा की नींद खुल गयी । और उन्होंने गुस्से में कहा कि मुझे कहा होता तो मैं बढ़िया इंतजाम कर देता ट्रक यात्रा का । पहले तो कांग्रेस कहती है कि राहुल की सुरक्षा कम क्यों की और फिर राहुल को देखिये बिना सुरक्षा के आधी रात को ट्रक पर निकलते हैं यात्रा पर ! वे दिल्ली से चंडीगढ़ तक ट्रक में सवारी कर पहुंचे और ट्रक चालकों के मन की बात सुनी ! यह भी अजीब बात है , इत्तेफाक है कि कोई नेता भन की बात करता है और कोई नेता मन की बात सुनता है । वैसे कांग्रेस का यह कहना है कि राहुल गांधी ट्रक चालकों की समस्याओं को सुनने के लिये उनके बीच पहुंचे । देश की सड़कों पर लगभग नब्बे लाख ट्रक चालक हैं । इनकी अपनी समस्यायें हैं । इनके मन की बात सुनने का काम राहुल ने किया ! इसका वीडियो भी जारी किया गया है । कांग्रेस की मीडिया प्रमुख सुप्रिया श्रीनेत के अनुसार धीरे धीरे यह अहसास हो रहा है कि देश मोहब्बत और अभी की बात पसंद करता है और उसी रास्ते पर लौटना चाहता है । अब यह मोहब्बत की दुकान हिमाचल और कर्नाटक में तो खुल गयी । अब देखते हैं कि हरियाणा में क्या होता है ! कोशिश जारी है और हाथ से हाथ जोड़ो अभियान भी चल रहा है । 
इससे पहले राहुल गांधी विश्वविद्यालय छात्रों , खिलाड़ियों, सिविल सेवा तैयारियों में जुटे युवाओं से संवेदनशील कर चुके हैं । अब ट्रक चालकों से संवाद किया । जिससे हंगामा मच गया ! 
थोड़ी सी जो बात की है 
हंगामा है क्यों बरपा ! 

इस तरह हमारे नेता अब संवाद के नये से नये तरीके खोज रहे हैं । कभी हेमामालिनी चुनाव के दौरान गेहूं की फसल काटती महिलाओं के बीच पोज देने पहुंच जाती है तो कभी कोई राह चलते किसी बच्चे को गोदी में लेकर दुलार करने लगता है । यह फिल्म और राजनीति सचमुच बहुत करीब आ गये हैं जिससे लगता है कि दोनों के बीच रिश्ता मजबूत होता जा रहा है । 
चलो नये नये अभियान और नये नये पोज देखिये ! सच राजनीति कितनी खूबसूरत बनती जा रही है ! फिर भी खतरे न उठाइये ! फिल्म वालों से सीख लीजिये ऐसे कामों के लिये डम्मी का प्रयोग कीजिये ! सुरक्षा पहले , लोकप्रियता बाद में ! 
-*पूर्व उपाध्यक्ष, हरियाणा ग्रंथ अकादमी ।