रसोत्सव, जागरूकता सत्र व निःशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर आयोजित
हिसार, गिरीश सैनी। बरवाला स्थित नेशनल कॉलेज ऑफ आयुर्वेद एवं अस्पताल द्वारा विद्यार्थियों, शिक्षकों और समाज को जागरूक करने के उद्देश्य से विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिनमें फार्माकोविजिलेंस कार्यशाला, विश्व खाद्य दिवस पर "रसोत्सव", "इलेक्ट्रॉनिक वेस्ट और डेटा फॉरेंसिक्स की भूमिका" पर जागरूकता सत्र, निःशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर शामिल थे।
संस्थान के रिसर्च सेल द्वारा "इलेक्ट्रॉनिक वेस्ट और डेटा फॉरेंसिक की भूमिका" पर जागरूकता सत्र में इंचार्ज प्राचार्या डॉ. ज्योति दुहन की अध्यक्षता में ई-वेस्ट और डेटा सुरक्षा के खतरों पर चर्चा हुई। बतौर मुख्य वक्ता डॉ. संदीप भारद्वाज ने ई-वेस्ट के पर्यावरणीय खतरों और डेटा फॉरेंसिक के माध्यम से संवेदनशील जानकारी को पुनः प्राप्त करने के खतरों से अवगत कराया।
विश्व खाद्य दिवस के अवसर पर आयोजित रसोत्सव में स्वस्थ भोजन की आदतों और सांस्कृतिक धरोहर की सराहना पर जोर दिया गया। बतौर मुख्य अतिथि समाजसेविका डॉ. बिमला दुहन व डॉ. करीना ने पोषण और सामुदायिक भलाई पर अपने विचार साझा किए। फार्माकोविजिलेंस सेल द्वारा आयोजित कार्यशाला में 100 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। जिसका उद्देश्य फार्माकोविजिलेंस की प्रक्रियाओं के प्रति जागरूक करना व विशेष रूप से आयुर्वेद, सिद्ध, यूनानी और होम्योपैथी (एएसयू एंड एच) दवाओं के संदर्भ में इसकी भूमिका को समझाना था।
शल्य तंत्र विभाग द्वारा राजीव गांधी थर्मल पावर प्लांट खेदड़ में डॉ. मनोज कुमार, डॉ. अनीश विश्वनाथन व डॉ. शिवम के नेतृत्व में आयोजित निःशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर में 50 से अधिक लोगों की जांच कर उचित परामर्श दिया गया।