समाचार विश्लेषण/रियल्टी शोज कितने सच्चे, कितने झूठे?
-कमलेश भारतीय
रियल्टी शोज का अपना संसार है और टीआरपी बढ़ाने के अपने अपने फंडे हैं सबके । रियल्टी शोज कोई नये नहीं हैं । काफी समय से चल रहे हैं । कोई लाफ्टर चैलेंज, कोई सा रे गा मा पा तो कोई कौन बनेगा करोड़पति या फिर बिग बाॅस जैसे सनसनी फैलाने वाले शो । कभी दस का दम तो कभी वाॅयस ऑफ इंडिया ।
हाल ही में कौन बनेगा करोड़पति के एक सवाल पर विवाद पैदा हो गया है और भाजपा के एक विधायक ने इस पर हिंदुओं की भावनाओं को भड़काने वाला कह कर विवाद को हवा दी है । सवाल यह कि सन् 1927 में 25 दिसम्बर को बी आर अम्बेडकर और उनके अनुयायियों ने किस धर्म ग्रंथ की प्रतियां जलाई थीं और इसके सारे ऑप्शन हिंदू धर्म से संबंधित ग्रंथ ही थे । इससे हिंदू समाज की भावनाएं आहत होती हैं । यह सवाल यह संकेत देता है कि हिंदू धर्म के ग्रंथ जलाने योग्य ही हैं । इससे हिंदू धर्म व बौद्ध धर्म के अनुयायियों के बीच वैमनस्य की भावना पैदा होगी ।
इस तरह कौन बनेगा करोड़पति और इसके मेजबान सदी के महानायक अमिताभ बच्चन ही नहीं बल्कि हाॅट सीट पर बैठे क्राइम पेट्रोल के एंकर अनूप सोनी भी विवादों में घिर गये हैं । हालांकि ये सवाल खुद अमिताभ बच्चन नहीं चुनते । वे तो जो कम्प्यूटर में देखते हैं उसे ही अपनी दमदार आवाज़ और पेशकश से सामने रखते हैं । रोचक बनाते हैं ।
कभी कपिल शर्मा शो की चर्चा होती है जब मुकेश खन्ना इसे वाहियात शो करार देते कहते हैं कि यह कैसा हास्य जो दूसरों का अपमान कर पैदा किया जाता है और पुरूषों को महिला बना कर पेश किया जाता है । सब फूहड़ । फिर भी लोग इसे देखते और सराहते हैं ।
कभी विशाल ददलानी जैन मुनि पर टिप्पणी कर विवाद में फंस गये थे और उन्हें चंडीगढ़ पहुंच कर जैनु मुनि से कान पकड़ कर माफी मांगनी पड़ी थी । कपिल शर्मा शो से नवजोत सिद्धू की विदाई भी विवादों में आने से हो गयी थी । इसी प्रकार कीकू शारदा राम रहीम के गेटअप में आकर फंस गये थे और माफी मांग कर पिंड छुड़ाया था । एक गीत प्रतियोगिता की भागीदार व राजस्थान के अलवर की निवासी महिला कलाकार विवाहित पुरूष के साथ भाग निकली और शो को फिर चर्चा में ला दिया । कभी अनु मलिक की हरकतें देखिए । इसी प्रकार एक समय सुनिधि चौहान और नेहा कक्कड़ की ड्रेसेज को लेकर काफी ट्रोलिंग होती रही । यही नहीं शो की टीआरपी बढ़ाने के लिए नेहा कक्कड़ और आदित्य की शादी का चक्कर भी दिखाया जाता रहा आदित्य प्रसिद्ध गायक उदित नारायण के बेटे हैं और न केवल उदित नारायण बल्कि उनकी पत्नी को भी शो का हिस्सा बनाया गया लेकिन पता चला कि यह सब शो की लोकप्रियता बढ़ाने के लिए अपनाया गया फंडा था । ये शोज रियल्टी के निकट नहीं हैं । बल्कि सपने दिखाते हैं । वो भी झूठे । नेहा कक्कड़ ने अब जाकर रकुल प्रीत सिंह से शादी की है । इसी प्रकार रामकपूर के संचालन में स्वयंवर शो चलाया गया था । यह भी झूठे स्वयंवर रचाने का शो ही साबित हुआ । सबसे ज्यादा सनसनी तो बिग बाॅस में देखने को मिलती है । पहले ही ऐसे प्रतिभागी चुने जाते हैं जो विवादास्पद व्यक्तित्व रखते हों । फिर गाली गलौच और दोषारोपण । कितना कुछ और अब तो इस शो की टीआरपी बुरी तरह गिर गयी है । अब तो दर्शकों को बख्श दो सलमान खान ।
कभी हम लोग , एक कहानी और रामायण , महाभारत जैसे धारावाहिक आते थे और सराहे जाते । सपरिवार देखने लायक । आमिर खान का सत्यमेव जयते भी एक सराहनीय कार्यक्रम रहा तो डी डी का स्त्री शक्ति भी बेहद बढ़िया और प्रेरक । यह जो जनता है सब जानती है और इसे जानना भी चाहिए नहीं तो फूहड़ कार्यक्रम हमारी नयी पीढ़ी को दिग्भ्रमित करते रहेंगे । कोरोना काल में पुनः प्रसारित किये गये रामायण और महाभारत ने आन रियल्टी शोज की हवा निकाल दी थी ।