समाचार विश्लेषण/रियल्टी शोज की रियल्टी कितनी? 

समाचार विश्लेषण/रियल्टी शोज की रियल्टी कितनी? 
कमलेश भारतीय।

-कमलेश भारतीय 
क्या रियल्टी शोज सिर्फ नाम के रियल्टी शोज होते हें ? क्या इनकी स्क्रिप्ट पहले से लिखी जाती है , फिर शूटिंग होती है ? इन दोनों के जवाब हैं कि हां । पहले स्क्रिप्ट लिखी जाती है , फिर शूटिंग की जाती है और फिर दर्शकों को मसाला दिखाया जाता है ताकि शो की दर्शक संख्या बढ़ती जाये और दूसरे शोज को पीछे छोड़ दे  । जहां तक इंडियन आइडल की बात है , यह शो प्रसिद्ध गायक किशोर कुमार को समर्पित एक एपिसोड से ज्यादा चर्चा में आ रहा है । इसमें किशोर कुमार के सौ गाने गाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गयी थी और इस एपीसोड में उनके गायक बेटे अमित कुमार को मेहमान के तौर पर बुलाया गया था । उन्होंने पूरे शो का मज़ा लिया और अपने पिता की तरह चुलबुलापन दिखाया और सबकी तारीफ कर विदा हुए लेकिन बाद में नेहा कक्कड़ व हिमेश रेशमिया द्वारा गाये किशोर कुमार के गीतों को लोगों ने बुरी तरह नकार दिया तब अमित कुमार ने भी कहा कि मुझे तो पैसे मिलने थे , इसलिए शो में चला गया था । बाकी मैं भी इस शो से ज्यादा खुश नहीं । मुझे तो सभी नये गायकों की तारीफ करने को कहा गया था और मैंने वह काम बखूबी निभा दिया ।

इस तरह रियल्टी शो की पोल खुली । यही नहीं इसे हवा देने के लिए एंकर व खुद गायक आदित्य नारायण आखे आये और बोले कि यदि अमित कुमार को कुछ नापसंद था तो शूटिंग के दौरान बताते तो हम ठीक भी कर सकते थे । शो के बाद आलोचना तो ठीक नहीं । अब यह भी नहीं कह सकते कि यह सारा मामला भी शो की टीआरपी बढाने के लिए है कि इसमें भी कोई रियल्टी है ? 

इसी शो में पिछले साल जज नेहा कक्कड़ व इसी एंकर आदित्य नारायण की शादी के ड्रामा रचा गया ।  यहां तक कि आदित्य के पापा उदित नारायण और मम्मी को भी शो में बुलाया गया और यह बात उड़ा दी गयी कि शो का बाद ये दोनों शादी के बंधन में बंध जायेंगे लेकिन रियल्टी क्या निकली ? नेहा कक्कड़ ने चंडीगढ़ के गायक के साथ शादी की और वह सारा ड्रामा शो की टी आर पी बढ़ाने के लिए पटकथाकार ने लिखा था और दर्शक इसको सच मानने लगा था । बाद में खुद शो के आयोजकों ने भी स्वीकार किया कि यह सारी स्क्रिप्ट लिखी गयी थी । इसमे कोई सच्चाई नहीं थी । अब तो आदित्य नारायण भी शादीशुदा है ।

इसी के साथ इस बार एक प्रतिभागी अरूणिता का दूसरे प्रतिभागी पवनजीत से कुछ कुछ होता है दिखाया जा रहा है । यहां तक कि पवनजीत की बहनों को भी इसका हिस्सा बनाया गया । यह सीधी बात है कि शो के बाद यह प्रेम कहानी भी झूठी निकलेगी और मुगले आजम की तरह गाया जायेगा: 
मोहब्बत की झूठी कहानी पे रोये 
बड़ी चोट खाई जवानी पे रोये...

 

आखिर रियल्टी शोज चलाने के लिए इतने झूठों की जरूरत क्यों पड़ती है ? टीआरपी के लिए ही न ? इंडियन आइडल के एक पूर्व विजेता सावंत ने भी कहा है कि यहां ग्लैमर को ही प्राथमिकता दी जाती है । इस शो को और चर्चित करने के लिए पहले जज और संगीतकार अनु मलिक को हटा दिया गया था । मी टू और यौन शोषण के आरोपों के चलते लेकिन अब फिर से इनको वापस बुला लिया गया है और इनके खिलाफ फिर बाहर निकालने की आवाज़ उठने लगी है । इनकी हरकतें देखिए कि मेज पर चढ़ जायेंगे। यह कैसी जजमेंट है ? आखिर जज का कोई शोभनीय रूप भी तो होता होगा ? या फिर एक शो में ऊंची सीढ़ी पर ले जाते हैं जज कि कितने ऊंचे उठ गये हो । यह सब सचमुच सारा फिल्मी है और पहले से लिखी स्क्रिप्ट के आधार पर चल रहा होता है । बताओ एक प्रतिभागी के मां बाप को कैंडल लाइट प्रेम करते और बालों में फूल लगाते दिखाया गया । यही नहीं मां को साड़ी गिफ्ट की जा रही है कि संगीत देने वाले कलाकारों ने मौसम बदलने यानी गाना पसंद आने पर पांच पांच सौ रुपये दिये थे उनसे यह गिफ्ट खरीद कर मां को दिया । यह सब नयी प्रतिभाओं को रियल्टी से दूर ले जाने का तरीका है । एक प्रतिभागी की गरीबी को बार बार उभारा जा रहा है । हालांकि उसकी आवाज़ इतनी आकर्षक या सुरीली नहीं लेकिन उसकी गरीबी की कहानी को कैश किया जा रहा है । पिछली बार एक कम नेत्रहीन गायक की कहानी को भुनाया गया था । इसी शो की एक कड़ी में प्रसिद्ध कवि संतोषानंद को जब नेहा कक्कड़ ने पिता मान कर पांच लाख रुपये दिये तो उस पर कवि संतोषानंद का स्वाभिमान आहत हुआ और उनके प्रशंसकों का भी  दिल टूटा पर आयोजकों को टीआरपी मिल गयी । इस तरह ये शो बिल्कुल भी रियल्टी के निकट नहीं । इन सबसे अच्छा शो था -सत्यमेव जयते।  यह शो रियल्टी के पूरी तरह निकट था और इसमें हमारे हरियाणा से जगमति सांगवान के जीवन संघर्ष को दिखाया गया था । ऐसे रियल्टी शोज की जरूरत है मित्रो । नहीं तो इन शोज पर से विश्वास उठ जायेगा ।