रिपोर्टिंग पत्रकारिता की रीढ़ की हड्डी हैः परवीन के मोदी

विद्यार्थियों के साथ साझा किए  रिपोर्टिंग के विशेष गुर।

रिपोर्टिंग पत्रकारिता की रीढ़ की हड्डी हैः परवीन के मोदी

रोहतक, गिरीश सैनी। रिपोर्टिंग पत्रकारिता की रीढ़ की हड्डी है। रिपोर्टिंग यदि प्रभावी होगी तो पत्रकारिता ऊंचाइयों तक पहुंच जाएगी। पत्रकारिता क्षेत्र में कामयाबी हासिल करने के लिए रिपोर्टिंग के विशेष गुर बुधवार को एमडीयू के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग में आयोजित- मीडिया स्किल डेवलपमेंट एण्ड कैपेसिटी बिल्डिंग कार्यशाला में लब्ध प्रतिष्ठित पत्रकार एवं इंडियन एक्सप्रेस के पूर्व संपादक परवीन के मोदी ने विद्यार्थियों के साथ साझा किए।

आमंत्रित वक्ता परवीन के मोदी ने इवेंट रिपोर्टिंग समेत किसी भी रिपोर्टिंग असाइनमेंट में होमवर्क तथा ग्राउंड वर्क पर विशेष बल दिया। उन्होंने कहा कि रिपोर्टिंग में प्रयोग की जाने वाली भाषा पर भी भावी रिपोर्टर को ध्यान देना होगा। परवीन मोदी ने बताया कि समाचार शीर्षक भी सोच-समझ कर लिखना चाहिए। उनका कहना था कि पाठक ही मास्टर है, इस बात का विशेष ध्यान करना चाहिए। व्याख्यान उपरांत विद्यार्थियों के प्रश्नों के उत्तर भी उन्होंने दिए।

कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए विभागाध्यक्ष प्रो. हरीश कुमार ने भाषाई कौशल विकसित करने का आह्वान विद्यार्थियों से किया। उन्होंने पढ़ने की आदत डालने की सलाह भी दी। इस दो दिवसीय कार्यशाला का सार संकलन विभागाध्यक्ष ने किया। सहायक प्रोफेसर डॉ. नवीन कुमार ने आभार प्रदर्शन किया। मंच संचालन शोधार्थी प्रिया ने किया। प्राध्यापक सुनित मुखर्जी, शोधार्थी व विद्यार्थी कार्यक्रम में मौजूद रहे।