फिरोजपुर के शहीद भगत सिंह स्टेडियम में गणतंत्र दिवस समारोह आयोजित

तकनीकी शिक्षा मंत्री ने फहराया राष्ट्रीय ध्वज

फिरोजपुर के शहीद भगत सिंह स्टेडियम में गणतंत्र दिवस समारोह आयोजित

फिरोजपुर: मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंदर सिंह की अगुवाई में पंजाब सरकार ने राज्य के चौतरफा विकास के लिए कई ठोस कदम उठाए हैं, जिसका नतीजा यह हुआ है कि अब पंजाब एक बार फिर से तरक्की की राह पर अग्रसर है। ये विचार पंजाब के तकनीकी शिक्षा मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने रविवार को फिरोजपुर के शहीद भगत सिंह स्टेडियम में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि देश के स्वतंत्रता संग्राम में पंजाबियों का योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता। देश के कुल क्षेत्रफल का 1.6 फीसदी होने के बावजूद आजादी के संघर्ष में पंजाबियों की कुर्बानियां लगभग 80 फीसदी रही हैं।

उन्होंने कहा कि हम सौभाग्यशाली हैं कि हमें में श्री गुरु नानक देव जी का 550वां प्रकाश पर्व मनाने का मौका मिला, जिसके तहत सुल्तानपुर लोधी और डेरा बाबा नानक में बड़े स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किए गए। इन दोनों स्थलों पर 550वें प्रकाश पर्व से संबंधित समारोहों में 70 लाख संगत ने शीश नवाया। उन्होंने कहा कि इसी तरह 9 नवंबर 2019 को पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारा श्री दरबार साहिब, करतारपुर साहिब को अंतराष्ट्रीय कोरिडोर खुलने के कारण संगत को बगैर वीजा गुरु घर के दर्शन-दीदार का सौभाग्य प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा कि सुल्तानपुर लोधी को बतौर विरासती शहर विकसित करने के लिए 271 करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट तैयार किया गया है, साथ ही श्री गुरु नानक देव जी से संबंधित पंजाब के 70 गांव को 300 करोड़ रुपए की लागत से विकसित करने का प्रोजेक्ट भी बनाया गया है। इसके अलावा सुल्तानपुर लोधी में बेबे नानकी यूनिवर्सिटी कॉलेज की स्थापना व श्री गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी अमृतसर में अंतर-धर्म केंद्र की स्थापना की गई है।

फिरोजपुर जिले की तरक्की की करते हुए उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार इस बॉर्डर डिस्ट्रिक्ट को विकसित करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। उन्होंने कहा कि फिरोजपुर को पंजाब का प्रमुख टूरिस्ट हब बनाने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं। इसके तहत कुल 60 करोड़ रुपए के प्रोजेक्टों पर काम चल रहा है। इसमें से 50 करोड़ रुपए हरीके वेटलैंड को विकसित करने और 10 करोड़ रुपए फिरोजपुर में टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए खर्च किए जाएंगे। इसी तरह ममदोट तहसील के टिब्बी कस्बे में नई आईटीआई स्थापित की जा रही है, जिसका काम अगले महीने शुरू होगा। इसके अलावा पुरानी आईटीआई का भी कायाकल्प करने की योजना बनाई गई है।

तकनीकी शिक्षा मंत्री ने आगे कहा कि कैप्टन सरकार की तरफ से पंजाब को नशा मुक्त करने, किसानों को कर्ज मुक्त करने और युवाओं को रोजगार दिलाने के लिए बड़े कदम उठाए गए हैं, जिनके नतीजों से आज पंजाब की जनता अच्छा तरह से वाकिफ है। उन्होंने कहा कि कैप्टन सरकार ने किसानों को उनकी फसल की 48 घंटे में अदायगी को सुनिश्चित करके दिखाया है। कैप्टन सरकार की नीतियों की बदौलत पंजाब में 55 हजार करोड़ रुपए से उपर का निवेश हुआ है। पंजाब को हरा-भरा बनाने के लिए 76 लाख पौधे लगाए जा चुके हैं, जिसके चलते पंजाब के वन क्षेत्र में 1,363 हैक्टेयर की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। किसानों को कर्जे से मुक्ति दिलाने के लिए 5.83 लाख छोटे व मझोले किसानें का 4,736 करोड़ रुपए का कर्ज माफ किया गया है। पंजाब में अनाज मंडियों के बुनियादी ढांचे को 675 करोड़ रुपए की लागत से अपग्रेड किया जा रहा है।

 

इसी तरह पंजाब में नशे के खिलाफ जो जंग छेड़ी गई थी, उसकी बदौलत 2017 में हैरोइन की रिकवरी 191 किलोग्राम से बढ़कर 2019 में 432 किलोग्राम हो गई है। ये सब नशे की सप्लाई लाइन पर कड़े प्रहार की वजह से हुआ है।

लोगों को नशे की दलदल से निकालने के लिए राज्य में 35 सरकारी नशा छुड़ाओ केंद्र, 193 सरकारी ओट्स क्लीनिक स्थापित किए गए हैं। इसी तरह 9 केंद्रीय जेलों में नशा छुड़ाने के लिए सेवाएं मुहैया करवाई जा रही हैं। इन प्रयासों के चलते अब तक 3.66 लाख मरीजों को इलाज के लिए रजिस्टर्ड किया जा चुका है और इस प्रयास पर कुल 104 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं।

शिक्षा के क्षेत्र में भी कई कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों को भविष्य को बेहतर बनाने के लिए पंजाब के 5730 सरकारी स्कूलों को स्मार्ट स्कूल में तबदील किया गया है। इसी तरह सरकार पंजाब में 11 सरकारी कॉलेज खोलने के लिए वचनबद्ध है, जिसके तहत 50 करोड़ रुपए का बजट रखा गया है। शिक्षण संस्थानों में टीचर्स व स्टूडेंट्स की बायो-मीट्रिक हाजिरी की व्यवस्था की गई है।

रोजगार के क्षेत्र में बड़े कदम उठाए गए हैं। स्किल डवलपमेंट के लिए श्री चमकौर साहिब में 42 एकड़ में श्री गुरु गोबिंद सिंह स्किल इंस्टीट्यूट का निर्माण शुरू किया गया है। मनरेगा के तहत साल 2019-20 दौरान 6,30,433 परिवारों को रोजगार मुहैया करवाया गया है। सरकार की तरफ से चार नई आईटीआई मलोट, आदमपुर, सिंहपुर व माणकपुर सरीफ में शुरू की गई हैं।

इसी तरह आवाजाही को बेहतर बनाने के लिए सरकार की तरफ से 1221 करोड़ रुपए की लागत से 2259 किलोमीटर सड़कों के नवीनीकरण व अपग्रेडेशन के प्रोजेक्ट मंजूर किए गए हैं। इसी तरह 483 करोड़ रुपए की लागत से 39 पुलों के निर्माण को मंजूरी दी गई है। इसमें से 117 करोड़ रुपए खर्च भी किए जा चुके हैं। पंजाब में कुल 62,550 किलोमीटर लिंक सड़कों में से 15,600 किलोमीटर लिंक सड़कों की मरम्मत 1682 करोड़ रुपए की लागत से की गई है।

इससे पहले मुख्य अतिथि चरणजीत सिंह चन्नी ने हुसैनीवाला स्थित शहीद भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव के शहीदी स्थलों पर माथा टेका। उन्होंने कहा कि शहीदों की कुर्बानी की वजह से ही आज हम आजाद देश के बाशिंदे हैं और युवाओं की इन महान शख्शियतों से प्रेरणा लेने की जरूरत है।

कार्यक्रम के दौरान विभिन्न शिक्षण संस्थानों के विद्यार्थियों की तरफ से देशभक्ति पर आधारित प्रस्तुतियां दी गई। इसके अलावा मुख्य अतिथि ने परेड़ का निरीक्षण किया और सलामी ली। डिप्टी कमिश्नर श्री चंद्र गैंद और एसएसपी श्री विवेकशील सोनी ने मुख्य अतिथि को परेड़ का निरीक्षण करवाया। कार्यक्रम के अंत में मुख्य अतिथि ने विभिन्न क्षेत्रों में योगदान डालने वाले और अपनी ड्यटी पूरी ईमानदारी और तनदेही से करने वाली शख्सियतों को सम्मानित किया। इस मौके पर विधायक परमिंदर सिंह पिंकी, विधायक कुलबीर सिंह जीरा, विधायक सतकार कौर गहरी, आईजी बी चंद्रशेखर, डिवीजनल कमिश्नर सुमेर सिंह गुर्जर, जिला व सैशन जज परमिंदरपाल सिंह, एसएसपी विवेकशील सोनी, गार्डियंस ऑफ गवर्नेंस के इंचार्ज जनरल एसएस चौहान, एडीसी रविंदर सिंह, एडीसी रविंदरपाल सिंह संधू, एसडीएम अमित गुप्ता समेत पुलिस-प्रशासन के तमाम अधिकारी मौजूद थे।