शोध किसी भी क्षेत्र में नवाचार और ज्ञानवर्धन का आधारः प्रो. बलदेव सेतिया

सात दिवसीय शोध प्रविधि कार्यशाला शुरू।

शोध किसी भी क्षेत्र में नवाचार और ज्ञानवर्धन का आधारः प्रो. बलदेव सेतिया

रोहतक, गिरीश सैनी। एमडीयू के फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी द्वारा चौ. रणबीर सिंह इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल एंड इकोनॉमिक चेंज के तत्वावधान में स्वराज सदन में आयोजित सात दिवसीय शोध प्रविधि कार्यशाला का शुभारंभ एनआईटी, कुरुक्षेत्र के प्रो. बलदेव सेतिया ने बतौर मुख्यातिथि किया।

 

प्रो. सेतिया ने कहा कि शोध किसी भी क्षेत्र में नवाचार और ज्ञानवर्धन का आधार होता है। उन्होंने शोध के विभिन्न पहलुओं और शोध प्रक्रिया बारे विस्तार से प्रतिभागी शोधार्थियों को बताया। विषय पर गहन  कार्यशाला में शोध के विभिन्न पहलुओं बारे जानकारी दी। एक प्रभावी शोधकर्ता के रूप में विकसित होने के लिए सतत अध्ययन, विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण और नैतिक अनुसंधान पद्धतियों का पालन करना आवश्यक है।

 
डीन, एकेडमिक अफेयर्स प्रो. ए. एस. मान ने कार्यशाला के शुभारंभ सत्र की अध्यक्षता करते हुए कहा कि एमडीयू में शोध को पूरा प्रोत्साहन दिया जा रहा है। उन्होंने एमडीयू में शोध के लिए उपलब्ध संसाधनों बारे बताया और शोधार्थियों से पूरी  निष्ठा और प्रतिबद्धता के साथ गुणवत्तापरक शोध कार्य करने का आह्वान किया।

 

डीन, फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी और कार्यशाला की कन्वीनर प्रो. सोनिया ने प्रारंभ में स्वागत भाषण दिया। यूआईईटी के निदेशक और कार्यशाला कोऑर्डिनेटर प्रो. युद्धवीर सिंह ने कार्यशाला की रूपरेखा और आयोजन के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। प्रो. युद्धवीर ने आभार प्रदर्शन भी किया। डॉ. चंचल हुड्डा ने मंच संचालन किया।