मात्रात्मक की बजाय गुणवत्तापरक हो शोधः कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई

मात्रात्मक की बजाय गुणवत्तापरक हो शोधः कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई

हिसार, गिरीश सैनी। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा है कि शोध मात्रात्मक की बजाय गुणवत्तापरक होना चाहिए। गुजवि प्रौवि की प्राथमिकता गुणवत्तापरक शोध है और हमें इसे राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर श्रेष्ठ स्थान पर स्थापित करना होगा।

कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई सोमवार को मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण केन्द्र (एमएमटीटीसी) द्वारा नए दाखिला लेने वाले शोधार्थियों के लिए शुरू किए गए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम को बतौर मुख्यातिथि संबोधित कर रहे थे। इस छह दिवसीय कार्यक्रम की अध्यक्षता एमएमटीटीसी की निदेशिका प्रो. सुनीता रानी ने की। प्रो. वंदना पूनिया व अनुराग सांगवान भी मौजूद रहे।

कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा कि हाल ही में टाइम्स हायर एजुकेशन वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2024 द्वारा जारी प्रतिष्ठित 'एशिया विश्वविद्यालय रैंकिंग 2024' में गुजवि को भारत में 71वां स्थान और दुनिया में 501-600वां स्थान मिला है। उन्होंने शोधार्थियों से कहा कि वे अपने शोध पत्रों को उच्च स्तरीय जर्नल्स में प्रकाशित करवाएं ताकि उनके शोध को एक पहचान मिल सके।

प्रो. सुनीता रानी ने बताया कि यूजीसी द्वारा प्रायोजित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में 40 से अधिक प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। प्रतिभागियों को गुणवत्तापूर्ण शोध की विशेष विधियों के साथ-साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के शोध में होने वाले प्रयोगों के बारे में भी विशेष रूप से अवगत कराया जाएगा।