रोहतक स्वास्थ्य विभाग की टीम ने द्वारका में भ्रूण लिंग जांच का भांडा फोड़ा
लिंग जांच करने वाला रेडियोलॉजिस्ट रंगे हाथों गिरफ्तार।
रोहतक, गिरीश सैनी। उपायुक्त धीरेन्द्र खडग़टा के दिशा निर्देशानुसार रोहतक स्वास्थ्य विभाग की टीम ने लिंगानुपात सुधारने की दिशा में एक सफल कार्रवाई करते हुए द्वारका, दिल्ली में चल रहे लिंग जांच गिरोह का भांडा फोड़ा और भ्रूण लिंग जांच चिकित्सक को रंगे हाथों गिरफ्तार किया।
सिविल सर्जन डा रमेश चन्द्र ने बताया कि उपायुक्त के मार्गदर्शन में स्वास्थ्य विभाग द्वारा लिंगानुपात सुधारने को लेकर संदिग्ध अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर छापामार कार्रवाई की जा रही है। इसी कड़ी में स्वास्थ्य विभाग को आरोग्य डायग्नोस्टिक सेंटर और डेंटल सेंटर, पॉकेट 5, सेक्टर 12 द्वारका दिल्ली में भ्रूण लिंग जांच किए जाने की सूचना मिली। इस बारे में उपायुक्त को जानकारी दिए जाने पर उपायुक्त ने तुरंत प्रभाव से एक टीम बनाकर इस सेंटर पर छापा मारने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि पीएनडीटी के नोडल अधिकारी डॉ. विश्वजीत और चिकित्सा अधिकारी डॉ. मोहित के नेतृत्व में टीम गठित की गई। साथ ही एक महिला को भ्रूण लिंग जांच करवाने के लिए तैयार किया गया। उन्होंने बताया कि एक दलाल के माध्यम से 50 हजार रुपए में सौदा तय हुआ।
दलाल के कहे अनुसार महिला को जांच के लिए सेंटर में भेजा गया। जांच के दौरान रेडियोलॉजिस्ट डॉ. विनीत मदान ने बताया कि तरीके से महिला के जुड़वां गर्भ है और दोनों भ्रूण मादा हैं। इस दौरान रोहतक स्वास्थ्य विभाग की टीम ने एक दलाल शेलेन्द्र माथुर और रेडियोलोजिस्ट डॉ. विनीत माथुर को रंगे हाथो पकड़ा। वहां से अल्ट्रासाउंड मशीन, सीसीटीवी फुटेज, रिकार्ड व 25,500 रूपये बरामद किये गए। जबकि पीएनडीटी टीम ने फर्जी ग्राहक से 50 हजार रूपये में सौदा तय किया हुआ था। एक दलाल, जिसका नाम विकास गुप्ता है, वह भागने में कामयाब हो गया। पीसी एंड पीएनडीटी एक्ट के तहत आगामी जांच जारी है।
सिविल सर्जन ने बताया कि डॉ. विशाल चौधरी एएसएमओ ने दलाल विकास गुप्ता को भागने से रोकने के लिए बहुत प्रयास किए और वह दलाल के पीछे भी दौड़े लेकिन दलाल डॉ. विशाल को धक्का मारकर भागने में कामयाब हो गया। इस दौरान डॉ. विशाल चौधरी घायल हो गए। उन्होंने बताया कि इस टीम में एसएमओ डॉ. संजीव मलिक, डॉ. विशाल चौधरी, डॉ. विकास सैनी, डॉ. विजय, रणजीत सिंह, सुशील एंव राजेश भी मौजूद रहे। उन्होंने बताया कि कार्रवाई के दौरान एक अल्ट्रासाउंड मशीन को भी सील किया गया।
उपायुक्त धीरेंद्र खडग़टा ने बताया कि जिला में लिंगानुपात में और अधिक सुधार करने के लिए निरंतर ठोस प्रयास किए जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए गए है कि जहां भी भ्रूण लिंग जांच की सूचना मिले वहां तुरंत प्रभाव से छापा मार कार्रवाई करें। जिला प्रशासन के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग की छापामार कार्रवाई जारी रहेगी।