लघुकथा/संदेह/मनोज धीमान
सुरेश ऑफिस से आकर सीधा बेडरूम में आया। ब्लेजर उतार कर बेड पर फेंका और सीधा वाशरूम में घुस गया। उसकी पत्नी रीमा ने बैडरूम में आते ही बेड पर रखे ब्लेजर को उठाया और जेबों की तलाशी लेने लगी। ब्लेजर की एक जेब में से लिपस्टिक निकली। कोई आम लिपस्टिक नहीं बल्कि इम्पोर्टेड, महंगे वाली। इसका मतलब देवेंद्र ने उसे सही जानकारी दी थी। देवेंद्र को उसने कुछ दिन पहले हायर किया था। देवेंद्र एक प्राइवेट डिटेक्टिव था। रीमा के कहने पर ही उसने सुरेश की जासूसी शुरू की थी। देवेंद्र ने रीमा को कई जानकारियां दी थी, कई फोटोग्राफ भी व्हाट्सप्प पर भेजे थे। इन फोटोग्राफ्स में सुरेश अपनी पर्सनल सेक्रेटरी के साथ था, कभी किसी शॉपिंग मॉल में तो कभी किसी रेस्टॉरेंट में। देवेंद्र ने आज भी सूचना दी थी कि सुरेश ऑफिस टाइमिंग के बाद अपनी पर्सनल सेक्रेटरी के साथ कास्मेटिकस की एक दुकान में शॉपिंग करने गया था। इसका मतलब शॉपिंग सुरेश की पर्सनल सेक्रेटरी ने की होगी और बिल सुरेश ने दिया होगा। रीमा ने मन ही मन सोचा। रीमा की शादी को पांच वर्ष हो गए थे। सब कुछ नार्मल था। लेकिन पिछले कुछ समय से सुरेश के रंग ढंग बदल गए थे। घर आकर मोबाइल पर किसी से देर तक बातें करते रहना, अक्सर गुनगुनाते रहना, ऑफिस जाते हुए बार बार पूछना कि उसके कपड़े कैसे लग रहे हैं, उसका हेयर स्टाइल कैसे है ....। जबकि सुरेश ने पहले कभी ऐसा नहीं किया था। उसने प्राइवेट डिटेक्टिव सर्विस के बारे में कहीं पढ़ा था, शायद कहीं सुना भी था। उसने तलाश की और देवेंद्र को ढूंढ निकाला। देवेंद्र एक प्राइवेट डिटेक्टिव था। रीमा ने देवेंद्र को सुरेश की जासूसी के लिए हायर कर लिया। लिपस्टिक अभी भी रीमा के हाथ में थी। इतने में सुरेश वाशरूम से बाहर आ गया। रीमा के हाथ में लिपस्टिक देखकर एक बार वह घबरा गया। तुरंत ही स्वयं को नार्मल करते हुए सुरेश ने कहा- अरे ये लिपस्टिक तो मैंने तुम्हारे लिए खरीदी थी। आज हमारी मैरिज एनिवर्सरी है ना, इसलिए तुम्हारे लिए लेकर आया था। अब रीमा से रहा ना गया। उसने सब कुछ उगल दिया, जो कि देवेंद्र ने उसे बताया था। फोटोग्राफ भी दिखा दिए जिन में सुरेश अपनी पर्सनल सेक्रेटरी के साथ था। सुरेश ने अपनी सफाई में कहा कि वह अपनी पर्सनल सेक्रेटरी को लिपस्टिक खरीदने के लिए इसलिए ले गया था क्योंकि उसकी चॉइस बेहतर है। सुरेश ने अपनी सफाई में बहुत कुछ कहना चाहा। लेकिन, रीमा कुछ भी सुनने को तैयार ना थी। अब सुरेश को भी गुस्सा आ गया। उसका पारा सातवें आसमान पर था। उसने अपना मोबाइल निकाला और फोटोग्राफ्स दिखाने लगा। वह जोर से चिल्लाया और पूछने लगा - मुझे गलत साबित करके तुम सति सावित्री बन रही हो। बताओ इन फोटोग्राफ्स में तुम्हारे साथ कौन है जिस से तुम एक बार नहीं कई बार मिल चुकी हो। रीमा ने फोटोग्राफ्स को देखा तो उसके चेहरे का रंग उड़ गया। फोटोग्राफ्स में उसके साथ देवेंद्र दिखाई दे रहा था।