समाधान शिविर में वीरवार को एसडीएम आशीष कुमार ने सुनी नागरिकों की समस्याएं
रोहतक, गिरीश सैनी। उपायुक्त धीरेंद्र खडग़टा के मार्गदर्शन में वीरवार को स्थानीय लघु सचिवालय स्थित वीसी रूम में आयोजित समाधान शिविर में एसडीएम आशीष कुमार ने नागरिकों की समस्याएं सुनी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि यदि कहीं भी गली और आम रास्तों में अतिक्रमण की शिकायतें आती हैं तो ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त करवाकर तुरंत हटवाने की कारवाई करें।
एडीएम ने निर्देश दिए कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के आदेशानुसार जिला स्तर और उपमंडल स्तर पर समाधान शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। ऐसे में अधिकारी नागरिकों की समस्याओं के प्रति गंभीर होकर समाधान शिविर में आने वाली समस्याओं का समयबद्ध ढंग से समाधान करें।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की अधिकांश योजनाएं परिवार पहचान पत्र के साथ में जुड़ी हुई हैं, ऐसे में परिवार पहचान पत्र की त्रुटियों को जल्द से जल्द दूर किया जाए ताकि कोई भी नागरिक सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ लेने में वंचित न रहे।
समाधान शिविर के दौरान गांव घिलौड़ निवासी दयानंद ने फसल मुआवजा राशि दिलवाने, चुन्नीपुरा मोहल्ला निवासी अजय ने परिवार पहचान पत्र में आय कम करवाने, गांधी नगर निवासी विनोद ने उसके परिवार पहचान पत्र में दर्शाए गए अनजान व्यक्ति का नाम हटवाने, गांव चिड़ी निवासी सूबे सिंह ने लाल डोरा के तहत उसके प्लाट की निशानदेही करवाने, पंचवटी कॉलोनी निवासी जयलाल ने उनके मोहल्ले में सीवर की सफाई करवाने, गांव बहु निवासी सूबेदार ने पंचायती जमीन से अवैध कब्जा हटवाने, रामगोपाल कालोनी निवासी सुरेंद्र ने सीवर लाइन की सफाई करवाने, हनुमान कॉलोनी निवासी सुमन देवी ने वृद्धावस्था पेंशन बनवाने, गांव ताजामाजरा निवासी मुकेश ने परिवार पहचान पत्र की त्रुटि ठीक करवाने, गांव गद्दी खेड़ी निवासी सतीश ने जमीन अधिग्रहण का मुआवजा दिलवाने, शास्त्री नगर निवासी शीतल ने दयालु योजना का लाभ दिलाने, काहनौर निवासी नरेश ने उसका परिवार पहचान पत्र बनवाने की मांग की। इसी प्रकार से अन्य नागरिकों ने भी बिजली, पानी, अतिक्रमण हटवाने, सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने से संबंधित समस्याओं सहित कुल 17 लोगों ने अपनी समस्याएं रखी, जिनमें से चार का मौके पर ही समाधान किया गया।
इस दौरान जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी राजपाल चहल सहित बिजली, पानी, सिंचाई, पेयजल, नगर निगम, मीकाढ़ा, समाज कल्याण विभाग, कल्याण विभाग, लोक निर्माण, नगर योजनाकार आदि संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।