रोहतक सुपवा में संपन्न हाइफा का दूसरा वार्षिकोत्स्व। हुआ रंगारंग संस्कृतिक कार्यक्रम। बांटे गए पुरुस्कार।

शनिवार 28 सितंबर, हरियाणा प्रदेश के सिने कलाकारों की एकमात्र संस्था हरियाणवी इनोवेटिव फ़िल्म एसोसिएशन (हाइफा) का दूसरा वार्षिक पुरुस्कार वितरण समारोह पी एल सी सुपवा रोहतक में संपन्न हुआ। 

रोहतक सुपवा में संपन्न हाइफा का दूसरा वार्षिकोत्स्व। हुआ रंगारंग संस्कृतिक कार्यक्रम। बांटे गए पुरुस्कार।

डॉ तबस्सुम जहां।

शनिवार 28 सितंबर, हरियाणा प्रदेश के सिने कलाकारों की एकमात्र संस्था हरियाणवी इनोवेटिव फ़िल्म एसोसिएशन (हाइफा) का दूसरा वार्षिक पुरुस्कार वितरण समारोह पी एल सी सुपवा रोहतक में संपन्न हुआ। 

कार्यक्रम का आरंभ मुख्य अतिथि यशपाल शर्मा जी के स्वागत उन्हें पुष्पगुच्छ देने। दीप प्रज्वलन और गणेश वंदना के साथ प्रारंभ हुआ। इसके उपरांत हरियाणवी कलाकार योगेश वत्स ने सरस्वती वंदना गा कर प्रोग्राम का शुभारंभ किया।

सर्वप्रथम हाईफा अध्यक्ष श्री जनार्दन शर्मा द्वारा सभी का अभिनंदन एवं आशीर्वचन किया गया। उन्होंने कहा कि यह दौर हरियाणवी सिनेमा का ऊंचाइयों का दौर है। यह हाईफ़ा का बेहतरीन समय है 

उसके उपरांत हाईफा मुख्य सचिव रामपाल बल्हारा द्वारा हाइफ़ा में पूरे वर्ष हुए गतिविधियों की वार्षिक सूचना प्रस्तुत की गई। रामपाल बल्हारा सर ने हाईफ़ा के गठन, उद्देश्य और वर्तमान गतिविधि पर खुलकर चर्चा की।

मुख्यअतिथि यशपाल शर्मा द्वारा आशीर्वचन एवं हाईफा के दूसरे वार्षिकोत्सव कार्यालय को शुरु करने की घोषणा की। "उन्होंने कहा कि हरेक आदमी हरेक काम नहीं कर सकता इसलिए अपना अपना काम करते रहना चाहिए। सब में अपनी काबलियत है और उसे जारी रखा जाना चाहिए और हाइफ़ा ने यह साबित करके दिखा दिया है।"

प्रोग्राम में आगे हाईफा कुलगीत के बाद हाईफ़ा कलाकार सदस्यों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति की गई सबसे पहले हरियाणवी कलाकार मीना मलिक द्वारा नृत्य प्रस्तुत किया गया। जिससे दर्शक दीर्घा में बैठे सभी लोग झूम उठे। आगे श्री चंद्रशेखर ने द्वारा रसिया पेश किया गया। इसके बाद मंच से महिपाल पठानिया ने अपनी मधुर आवाज़ में लोकगीत पेश किया।

सुश्री सोनिया द्वारा लाजवाब डांस परफॉर्मेंन्स ने सबको अपने साथ थिरकने पर मजबूर कर दिया। श्री सुधीर ढांडा और निमिषा द्वारा कविता, सुनीता डागर द्वारा गीत पेश किया गया। सुश्री हितांशी और बेबी मायरा द्वारा प्रस्तुत डांस ने समा बांध दिया। सुश्री ज्योति आर्य द्वारा गीत, यश कीर्ति द्वारा गीत, सुश्री सुदेश द्वारा नृत्य व श्री योगेश वत्स द्वारा रागनी/गीत, सुश्री केलापति द्वारा लोकगीत और श्री इंदर लांबा द्वारा रागनी प्रस्तुत की गई और अमन ने गीत पेश किया जिसे सभी लोगों ने मंत्र मुग्ध होकर सुना।

कार्यक्रम में आगे इस साल पुरुस्कृत शॉर्ट फिल्म्स की स्क्रीनिंग हुई। इस बरस का हाईफ़ा लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड डॉ सुधीर शर्मा और डॉ रामपाल चहल जी को हरियाणा में उनकी अतुलनीय योगदान के लिए दिया गया।

हाईफ़ा कहानी प्रतियोगिता के अनर्गत प्रथम पुरस्कार कहानी 'आवाज़े' के लिए डॉ. नवरत्न पांडेय को दिया गया। वहीं द्वितीय पुरस्कार (संयुक्त) रूप से कहानी 'गुरु दक्षिणा' के लिए डॉ. तबस्सुम जहां और 'आधी यशोदा' कहानी के लिए प्रतीक्षा रम्य को दिया गया। तृतीय पुरस्कार 'अमावस' कहानी के लिए डॉ. ललिता ने अपने नाम किया। 

सांत्वना पुरस्कार के अंतर्गत कहानी 'कामवाली बाई' के लिए डॉ. जोगेंद्र कुमार, कहानी 'अनन्या' के लिए चंद्रशेखर शर्मा और 'इंसान पादरी के सामने कन्फ़ेशन करता है' के लिए राजकुमार गर्ग को दिया गया। पुरुस्कार वितरण के बाद कहानी प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में प्रमुख सदस्य रहे डा. मधुकांत, डा. रमाकांता शर्मा और कमलेश भारतीय को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया।

हाईफ़ा की लघु फिल्म प्रतियोगिता के अंतर्गत प्रथम पुरस्कार 'फांस' फ़िल्म के लिए उसके डायरेक्टर आकाश सिंह को दिया गया। द्वितीय पुरस्कार 'ऊक चूक' के लिए अभिमन्यु यादव और तीसरा 'अहसास' फ़िल्म के लिए राजू मान सिंह ने अपने नाम किया।

लघु फिल्म प्रतियोगिता के लिए ही सर्वश्रेष्ठ अभिनेता की कैटेगरी में राजकुमार धनखड़ को फ़िल्म ऊक चूक के लिए पुरुस्कृत किया गया। सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री इसी फ़िल्म के लिए  सोनम सैनी को दिया गया।

हाईफ़ा वीडियो गीत प्रतियोगिता  के लिए प्रथम पुरस्कार 'आनंद काया' के लिए साहिल संधु को दिया गया। इस श्रेणी में द्वितीय पुरस्कार 'आपा दोनों जने' के लिए सुखबीर गिल और तृतीय पुरस्कार 'याद पुरानी' वीडियो के लिए अमित भाना को दिया गया। 

वीडियो गीत प्रतियोगिता की कैटीगरी में सर्वश्रेष्ठ गायक का पुरुस्कार (संयुक्त) रूप से 'छोरी डटज्या' के लिए उमेश वर्मा और 'आपा दोनों जने' के लिए बी. पारस को मिला। सर्वश्रेष्ठ गायिका में मीनाक्षी पांचाल को गीत 'आनंद काया' के लिए पुरुस्कृत किया गया।

वृतचित्र प्रतियोगिता की श्रेणी में प्रथम पुरस्कार 'धूमिल धरोहर' के लिए निमिशा सूर्यांशी को मिला। पुरुस्कार के अंत में। अंत में ज्यूरी कमेटी के महत्वपूर्ण सदस्य राजीव भाटिया, प्रतिभा सुमन, मनु गौतम, विजेता दहिया और संदीप गोयत को भी अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले हाईफ़ा कलाकारों को स्मृति चिन्ह चिन्ह देकर सम्मानित किया गया इसके अतिरिक्त मुख्य अतिथि को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया और अंत में वरिष्ठ कलाकार राजू मान सिंह द्वारा सभा में मौजूद सभी का धन्यवाद ज्ञापन किया गया।

शाम को राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का सफल समापन हुआ।