दोआबा कालेज में महामारी क्रोनावायरस पर संगोष्ठी आयोजित

डॉक्टरों ने बचाव के तौर-तरीकों के बारे में विस्तारपूर्वक बताया  

दोआबा कालेज में महामारी क्रोनावायरस पर संगोष्ठी आयोजित

जालन्धर: दोआबा कालेज के स्नातकोत्तर जर्नालिज्म एवं मास कम्युनिकेशन विभाग, एनएसएस द्वारा सिविल अस्पताल जालन्धर के सहयोग से महामारी क्रोनावायरस के लक्षण व रोकथाम विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें डॉ सतीश कुमार-डिस्ट्रीक ऐपीडीमोलोजिस्ट व डॉ शोभना बांसल बतौर वक्ता उपस्थित हुए जिनका हार्दिक अभिनन्दन प्रिं. डॉ नरेश कुमार धीमान, डॉ सिमरन सिद्धू-विभागाध्यक्षा, प्रो. कंवलजीत सिंह-संयोजक एनएसएस, प्रोग्राम अफसरों, प्राध्यापकगणों तथा 145 विद्यार्थियों ने किया । 

डॉ सतीश कुमार ने उपस्थित को कंटेजियस्ट तथा नॉनकंटेजियस्ट बिमारियों के फर्क के बारे में बताते हुए कहा कि क्रोनावायरस कंटेजियस्ट महामारी है जिसका नामकरण क्रोनावायरस के क्राउन जैसे ढाँचे की वजह से किया गया है तथा यह बिमारी मनुष्य के रेस्प्रीरेटरी ट्रैक्ट पर पहले वार करती है तथा इसका सबसे पहले पता चाईना के वुहान शहर में लगा था व इसका वहाँ पर फैलने का कारण एनिमल मार्किट को माना गया था ।  

डॉ शोभना बांसल ने क्रोनावायरस महामारी के त्रिकोण होस्ट, इनवायरमैंट व पैथोजेन के साईकिल पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह मनुष्य के इम्युन सिस्टम को अटैक कर सांस लेने में मुश्किल पैदा करते हुए उसे निमोनिया तक पहुँचा देती है ।  दोनो डॉक्टरों ने बचाव के तौर-तरीकों के बारे में बताते हुए कहा कि इसमें मरीज के मास्क तथा पीपीई किट का प्रयोग करना चाहिए तथा अपने हाथ सही तरीकों से धोने चाहिए।
  
इस मौके पर विभाग के पूर्व विद्यार्थी पत्रकार प्रभमीत सिंह ने हैल्थ रिपोर्टिंग की बीट की कार्यप्रणाली के बारे में चर्चा की । विद्यार्थियो ने डॉक्टरो से उपरोक्त मुद्दों पर स्वाल पूछे । 

प्रिं. डॉ नरेश कुमार धीमान व डॉ सिमरन ने वक्ताओं को सम्मान चिह्न देकर सम्मानित किया । 

दोआबा कालेज में आयोजित सैमीनार में डॉ सतीश कुमार, डॉ शोभना और प्रभमीत सिंह उपस्थित को सम्बोधित करते हुए ।