दोआबा कॉलेज में डा. बी.आर. अम्बेडकर एवं भारतीय संविधान पर संगोष्ठी आयोजित

दोआबा कॉलेज के पोस्ट ग्रेजूएट पॉलीटिकल साईंस एवं एनएसएस विभाग द्वारा डा. बी.आर. अम्बेडकर एवं भारतीय संविधान पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया ।

दोआबा कॉलेज में डा. बी.आर. अम्बेडकर एवं भारतीय संविधान पर संगोष्ठी आयोजित
दोआबा कॉलेज में आयोजित संगोष्टी में प्रो. बलबीर उपस्थिती को संबोधित करते हुए। 

जालन्धर, 25 अप्रैल, 2022:दोआबा कॉलेज के पोस्ट ग्रेजूएट पॉलीटिकल साईंस एवं एनएसएस विभाग द्वारा डा. बी.आर. अम्बेडकर एवं भारतीय संविधान पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें प्रो. बलबीर बतौर मुख्य वक्ता उपस्थित हुए जिनका हार्दिक अभिनंदन प्रिं. डा. प्रदीप भंडारी, डा. विनय गिरोत्रा-विभागध्यक्ष, डा. अर्शदीप सिंह-एनएसएस संयोजक, प्राध्यापकों और विद्यार्थियों ने किया। 

प्रो. बलबीर ने कहा कि डा. भीम राव अम्बेडकर जातीवाद, अन्याय व असमानता के सख्त खिलाफ थे तथा उन्होंने समाज में से इन कुरितियों को दूर करन के लिए सदैव कार्य किया जिन्होंने देश में समाजिक सुधार की लहर लाने पर सब को मजबूर कर दिया। डा. अम्बेडकर ने महिला कामगारो के उत्थान के लिए भी कार्य किया तथा भारतीय अर्थव्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए भी अन्थक प्रयास किए। उन्होंने कहा कि डा. अम्बेडकर ने भारतीय संविधान की रचना में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने नागरिकों के अधिकार एवं कर्तव्य परिभाषित किए जो कि भारतीय लोकतंत्र के महत्वपूर्ण स्तंभ है।

डा. राकेश कुमार ने वोट ऑफ थैंकस दिया।