दोआबा कॉलेज में भारतीय शिक्षा पद्धति व कैनेडियन शिक्षा पद्धति पर सैमीनार आयोजित
दोआबा कॉलेज में आयोजित समीनार में प्रिं. डा. प्रदीप भंडारी, मुख्यवक्ता ऋषी नागर डा. अविनाश चन्द्र उपस्थिति को संबोधित करते हुए।
जालन्धर 26 सितंबर, 2022: दोआबा कॉलेज के एजूकेशन विभाग द्वारा भारतीय शिक्षा पद्धति व कैनेडियन शिक्षा पद्धति पर सैमीनार का आयोजन किया गया जिसमें श्री ऋषी नागर- सैनेटर, यूनीवर्सिटी ऑफ कैलगिरी, व न्यूज़ डाइरैक्टर रैड एफएम कैलगिरी- कैनेडा तथा कॉलेज के पूर्व विद्यार्थी बतौर मुख्य वक्ता उपस्थित हुए जिनका हार्दिक अभिनंदन प्रिं. डा. प्रदीप भंडारी, डा. अविनाश चन्द्र- विभागध्यक्ष प्राध्यापकों और विद्यार्थियों ने किया।
प्रिं. डा. प्रदीप भंडारी ने कहा कि कॉलेज का एजूकेशन विभाग बीएससी बीएड व बीए बीएड के विद्यार्थियों को समय समय पर शिक्षा पद्धति से सम्बन्धित ज्ञानवृधक सैमीनारस, वर्कशॉपस एवं शैक्षणिक विजिट्स करवाता रहता है ताकि वह बढिय़ा शिक्षक बन सकें। उन्होंने कहा कि आज का सैमीनार भी इसी दिशा में एक सार्थक कदम है। श्री ऋषी नागर ने कहा कि भारतीय शिक्षा पद्धति में इनोवेशन एवं क्रिएटिविटी पर ज्यादा ध्यान देने की ज़रूरत है इसीलिए इसमें नई शिक्षा नीति 2020 के तहत बदलाव लाया जा रहा है ताकि विद्यार्थियों को रोज़गार के ज्यादा मौके मिल सकें तथा उनका सर्वांगिय विकास हो सके। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के सही मार्गदर्शन हेतु स्कूलों एवं कॉलेजों में एजूकेशन काऊँसलरस की बहुत ज़रूरत है। कैनेडियन शिक्षा नीति के बारे में उन्होंने बताते हुए कहा कि वहां पर शिक्षा ज्यादा इनोवेटिव व रोज़गारमुखी है जिसके तहत विद्यार्थी कोई भी विषय लेकर पढ़ सकते हैं।
उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को कैनेडा में बहुत मुशकिलों का सामना करना पड़ता है इसके लिए उन्हें चाहिए कि वह अपने देश से कोई भी स्किल ओरिएंटड कोर्स करके वहां जाएं ताकि वह वहां पर रोजगार का बढिय़ा अवसर प्राप्त कर सकें ताकि उनका जीवनयापन आसान हो सके। दोआबा कॉलेज में आयोजित समीनार में प्रिं. डा. प्रदीप भंडारी, डा. अविनाश चन्द्र ने मुख्यवक्ता ऋषी नागर को सम्मान चिन्ह व दौशाला देकर सम्मानित किया।
विद्यार्थियों ने प्रशन-उत्तर काल में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। वोट ऑफ थैंकस डा. अविनाश चन्द्र ने किया।