विश्व कविता दिवस के उपलक्ष्य में "समाज,साहित्य और संस्कृति " विषय पर संगोष्ठी का आयोजन
शान्ति देवी आर्य महिला महाविद्यालय, दीनानगर के संगोष्ठी कक्ष में स्नातकोत्तर हिन्दी विभाग द्वारा "आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ" के तत्वावधान में प्राचार्या डॉ. रीना तलवार की अध्यक्षता में विश्व कविता दिवस के उपलक्ष्य में "समाज,साहित्य और संस्कृति " विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम में डॉ.सुनील कुमार एसोसिएट प्रोफेसर गुरु नानक देव विश्वविद्यालय, अमृतसर ने मुख्य अतिथि और नरेश मोदगिल, प्रभारी अध्यक्ष, स्थाई लोक अदालत, अमृतसर ने विशिष्ट अतिथि के तौर पर शिरकत की, कार्यक्रम का प्रारम्भ प्राचार्या डॉ. रीना तलवार और प्रबंधकीय समिति के सदस्यों द्वारा आए हुए अतिथियों के पुष्पित अभिनंदन द्वारा किया गया।
प्राचार्या डॉ. रीना तलवार ने अपने स्वागतीय भाषण में कहा भारत में जन्म लेना सौभाग्य की बात है। मनुष्य जन्म दुर्लभ है और मनुष्य जन्म में कुछ ऐसा कर जाना चाहिए कि वंश आपके नाम से जाना जाए, आप वंश के नाम से नहीं। उन्होनें कहा कि पलायनवादी दृष्टिकोण उचित नहीं है इस तरह हमारी युवा शक्ति इस समाज को अपना योगदान नहीं दे पायेगी।
विशिष्ट अतिथि नरेश मोदगिल ने सद्भावना के बीज बोते हुए कहा इन्सानियत ही इंसान को इंसान बनाती है।आज नैतिक मूल्यों का जिस तरह हनन हो रहा है यह चिंताजनक है।हमारे ऊपर सद्भाव और सौहार्दपूर्ण वातावरण निर्मित करने की जिम्मेदारी आन पड़ी है।
मुख्य अतिथि डॉ.सुनील कुमार ने कहा कि साहित्य समाज को दिशा प्रदान करता है,कोई भी संस्कृति बुरी नहीं होती क्यूंकि इसके निर्माता तो स्वयं महान पुरूष होते हैं।जब तक जीवित हो जीवंत रहो, देवता नहीं पहले मानव बनो। प्रणाम में इतनी शक्ति है कि वह परिणाम तक बदल देती है।
कार्यकम संचालिका डॉ.पूनम महाजन ने अपने वक्तव्य में कहा कि सृष्टि का नियम है कि यदि खाली ज़मीन पर बीज ना बोए जाएं तो वहां घास फूस उग आती है इसी तरह हृदय में प्रेम और मस्तिष्क में अच्छे विचारों को रोपित ना किया जाए तो नकारात्मकता आ जाती है,इस लिये सदैव उच्च कोटि का साहित्य पढ़ना चाहिए।
प्राचार्या रीना तलवार ने आए हुए अतिथियों का धन्यवाद करते हुए एवं स्नातकोत्तर हिन्दी विभाग को बधाई देते हुए कहा कि इस तरह के ज्ञानवर्धक विचार विमर्श से हम लाभान्वित हुए हैं और कामना करते है कि भविष्य में इस तरह के आयोजन होते रहेंगे।
अन्त में प्रबंधकीय समिति के सचिव धर्म इन्दु गुप्ता,अनिल गुप्ता और डॉ.रीना तलवार ने आए हुए अतिथियों को दोशाला एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्म्मानित किया गया।इस कार्यक्रम में पी.आर.ओ.डॉ.कुलविन्दर कौर छीना,उप प्राचार्या डॉ.सुषमा गुप्ता,डॉ.डिम्पल शर्मा, मैडम इन्दु बाला,मैडम प्रिया शर्मा भी उपस्थित थी।