दोआबा कॉलेज में व्यावसायिक जीवन में नैतिक मूल्यों की भूमिका पर सैमीनार आयोजित
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जालन्धर, 15 फरवरी, 2025: दोआबा कॉलेज की दिशा कमेटी एवं स्टूडैंट वैल्फेयर कमेटी द्वारा व्यावसायिक जीवन में नैतिक मूल्यों की भूमिका पर सैमीनार का आयोजन किया गया जिसमें प्रख्यात वैदिक विद्वान डॉ. राजू वैज्ञानिक बतौर मुख्य वक्ता उपस्थित हुए जिनका हार्दिक अभिनन्दन प्रि. डॉ. प्रदीप भण्डारी, डॉ. ओमिन्द्र जौहल और प्रो. सुरजीत कौर ने किया ।
उपस्थिति को सम्बोधित करते हुए डॉ. राजू वैज्ञानिक ने कहा कि भारतीय ज्ञान परम्परा एक महासागर के समान है जिसमें से विभिन्न ज्ञान के मोती प्राप्त किये जा सकते है । उन्होंने कहा कि नैतिक मूल्यों की ज़रूरत जीवन के हर क्षेत्र में होती है और श्रीमद् भगवत् गीता नैतिक मूल्यों की खान है । भगवत् गीता हमारे जीवन में उतार व चढ़ावों के दौरान आने वाली मुश्किलों से झुझने और उनसे उभरने के लिए सक्षम बनाती है । उन्होंने कहा कि मनुष्य को अपने जीवन में अपना मानसिक संतुलन बरकरार रख आपसी समन्वय से अपने लक्ष्य को प्राप्त करने का भरकर प्रयत्न करना चाहिए । आगे बोलते हुए डॉ. राजू वैज्ञानिक ने कहा कि हम सभी को अपने व्यावसायिक जीवन में अपने लक्ष्य पर केन्द्रित होकर नम्रता से आगे बढ़ते हुए सफलता प्राप्त करने का लगातार यतन करना चाहिए । उन्होंने कहा कि नैतिक मूल्यों पर अठिगता हमें मानसिक रूप से शक्तिशाली बनाती है, जिससे हम जीवन की हर चुनौतियों का सामना कर सकते हैं ।
प्रि. डॉ. प्रदीप भण्डारी ने कहा कि आज के समय में सफलता प्राप्त करने के लिए नैतिक मूल्यों से समझौता सामान्य मान लिया जाता है जिसके कारण आपसी कटुता और तनाव जैसी विसंगतियां आती है । उन्होंने कहा कि आज के युवा वर्ग को यह समझना होगा कि नैतिक मूल्यों पर अठिग रह कर व्यवसायिक जीवन ही नहीं बल्कि पारिवारिक एवं सामाजिक जीवन में भी सफलता मिल सकती है ।
प्रि. डॉ. प्रदीप भण्डारी व गणमान्यों ने डॉ. राजू वैज्ञानिक को सम्मान चिह्न देकर सम्मानित किया । डॉ. ओमिन्द्र जौहल ने धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया । डॉ. शिविका दाता ने मंच संचालन बखूबी किया ।