रोजगार कौशल पर सात दिवसीय कार्यशाला संपन्न
रोहतक, गिरीश सैनी। एमडीयू के सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी, सेंटर फॉर मेडिकल बायोटेक्नोलॉजी और सेंटर फॉर बायोइंफॉर्मेटिक्स द्वारा ‘रोजगार कौशल’ विषय पर आयोजित सात दिवसीय कार्यशाला संपन्न हो गई। महिंद्रा प्राइड और नंदी फाउंडेशन के प्रशिक्षक संदीप सुनेजा ने इस कार्यशाला का संचालन करते हुए व्यक्तित्व विकास, सॉफ्ट स्किल्स, प्रभावी रिज्यूम लेखन, सोशल मीडिया का उचित उपयोग, समय प्रबंधन और करियर विकास के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करने जैसे आवश्यक विषयों बारे व्यावहारिक ज्ञान दिया।
समापन सत्र में डीन, आर एंड डी प्रो. अरुण नंदा ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी की निदेशिका डॉ. रितु गिल स्वागत भाषण देते हुए ने करियर निर्माण में सॉफ्ट स्किल्स की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। डीन, फैकल्टी ऑफ लाइफ साइंसेज प्रो. राजेश धनखड़ ने लाइफ साइंसेज के क्षेत्र में करियर निर्माण अवसरों बारे जानकारी दी।
मुख्य अतिथि प्रो. अरुण नंदा ने आयोजकों को इस महत्वपूर्ण कार्यशाला के आयोजन के लिए बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि रोजगार और व्यावहारिक कौशल पर सामूहिक ध्यान भविष्य के लिए तैयार स्नातकों के लिए एक आवश्यक पहल है। उन्होंने विश्वास जताया कि यह प्रशिक्षण सत्र विद्यार्थियों को आत्मविश्वास और अनुकूलनशीलता के साथ अपने करियर को आगे बढ़ाने में सशक्त बनाएंगे। सेंटर फॉर मेडिकल बायोटेक्नोलॉजी की निदेशिका डॉ. अमिता सुनेजा ने आभार प्रदर्शन किया। सेंटर फॉर बायोइनफॉर्मेटिक्स के निदेशक डॉ. अजीत कुमार ने कार्यशाला का समन्वयन किया। इस दौरान प्राध्यापक, शोधार्थी एवं विद्यार्थी मौजूद रहे।