शाही इमाम पंजाब द्वारा मौलाना सज्जाद नौमानी और राज रत्न अंबेडकर का सम्मान
देश के संविधान को सुरक्षित रखना हर भारतीय के लिए जरूरी: खलील उर रहमान
लुधियाना: आज यहां शहर की इतिहासिक जामा मस्जिद पुहंचने पर आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के प्रवक्ता व विश्व प्रसिद्ध मुस्लिम विद्वान मौलाना खलील उर रहमान सज्जाद नौमानी , बाबा साहिब श्री भीम राव अम्बेडकर के पड़पोते श्री राज रत्न अंबेडकर का शाही इमाम पंजाब मौलाना हबीब उर रहमान सानी लुधियानवी ने विशेष सम्मान किया। इस अवसर पर उनके साथ संविधान सुरक्षा आंदोलन के महासचिव मुहम्मद शफी , मुफ्ती खालिद, नायब शाही इमाम पंजाब मौलाना मुहम्मद उस्मान रहमानी लुधियानवी, मुहम्मद मुस्तकीम भी उपस्थित थे।
इस अवसर पर पत्रकार वार्ता में मौलाना खलील उर रहमान सज्जाद नौमानी ने कहा कि देश भर में लोगों को बाटने की शुरू हुई सियासत चिंता का विषय है। अगर इसे ना रोका गया तो इसके परिणाम अच्छे नजर नहीं आएंगे। उन्होंने कहा कि देश को आजाद करवाने के लिया जिस एकता और भाईचारे के साथ सभी धर्मो के लोगों ने अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी उसी एकता और भाईचारा से देश को आगे बढ़ाया जा सकता है। मौलाना ने कहा कि फिरकापरस्ती को सिर्फ और सिर्फ सर्व धर्म एकता ही खत्म कर सकती है।
इस अवसर पर श्री राज रत्न अंबेडकर ने कहा कि देश का संविधान ही एक मात्र ऐसी शक्ति है जो हर एक भारतीय को समानता और आज़ादी से जीने का हक देती है। उन्होंने कहा संविधान की उसके मूल रूप में सुरक्षा हमेशा करनी होगी कयोंकि देश में बांट कर राजनीति करने वाले संविधान के साथ छेड़ छाड़ करने की फिराक में हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के जनता विरोधी फैसले इस तरफ इशारा करते हैं कि वो आने वाले समय में संविधान के मूल रूप को अपने मुताबिक करना चाहते हैं और अगर ऐसा हुआ तो सभी वर्गों के अधिकारों का हनन होगा। उन्होंने कहा कि बाबा साहिब श्री भीम राव अम्बेडकर जी ने हम सब को संविधान के रूप में जो अधिकार दिए हैं उनको उपयोग में लाते हुए आगे बढ़ाना है।
राज रत्न अंबेडकर ने कहा कि संविधान की सुरक्षा बहुत जरूरी है और हम सब को इसके लिए जागरूक रहना होगा।