श्रीकृष्ण जन्माष्टमी और सत्यमेव जयते
-कमलेश भारतीय
आज श्रीकृष्ण जन्माष्टमी है और मंदिर पहले की तरह भव्य तो नहीं पर सजेंगे जरूर । महाभारत व विष्णु पुराण धारावाहिकों में श्रीकृष्ण के रूप स्वरूप खूब दिखे नयी पीढ़ी को । चलो सीधे ग्रंथ न भी पढ़ने को तत्पर हुए पर डी डी ने कुछ कुछ जानकारी दे दी । सबसे बड़ी बात कि अन्याय को होते देखने वाला भी उतना ही दोषी जितना अन्याय करने वाला । महाराज धृतराष्ट्र के सामने द्यूत क्रीड़ा और द्रौपदी चीरहरण को भीष्म पितामह समेत सभी बड़े देखते रह गये । युधिष्ठिर के अपने ही शेष चार भाइयों ने अपने आपको व द्रौपदी को दांव पर लगाने से नहीं रोका । क्यों ? अन्याय होने क्यों दिया ? कैसे बाहुबली ? कैसे धनुर्धारी ? पर श्रीकृष्ण जिनके साथ वे हर विपदा से बच निकले । लाक्षागृह से भी बच निकले तो आश्चर्य कैसा ? जन्माष्टमी को विश्नोई समाज गुरु जम्भेश्वर के लिए मनाता है । गुरु जम्भेश्वर का पर्यावरण की रक्षा के लिए संदेश बहुत कल्याणकारी है । नये समय में इसे ही सामाजिक कार्यकर्त्ता सुंदर लाल बहुगुणा ने चिपको आंदोलन के रूप में प्रस्तुत कर दिया नये रूप में । गुरु जम्भेश्वर के पर्यावरण व प्राणी रक्षा के संदेश के चलते अभिनेता सलमान खान को राजस्थान में हम साथ साथ हैं की शूटिंग के दौरान हिरण का शिकार इतना महंगा पड़ा कि जोधपुर जेल की रोटियां खानी पड़ीं । मुश्किल से इस संकट से निकल पाये ।
अब आइए सत्यमेव जयते की ओर । सुशांत की लिव इन में रही रिया चक्रवर्ती ने एक ही बार मीडिया पर आकर कहा कि सत्यमेव जयते । पहले खुद ही सीबीआई जांच की पुकार लगाने वाली अब खुद को राजनीति का शिकार बनाये जाने की दुहाई वकील के माध्यम से दे रही है । क्यो ? मुम्बई पुलिस ने केस ही दर्ज नहीं किया तो जांच कैसी और कौन कर रहा था? सिर्फ लीपा-पोती की जा रही थी और संजय राऊत ने परिवार जनों की भावनाएं आहत कीं तो चचेरे भाई नीरज बबलू ने मानहानि का केस दर्ज करने की धमकी दी । रिया की कमाई लाखों में और फ्लैट तीन तीन कहां से और किसकी कमाई के बल पर ? किसके पैसे के बल पर ऐश की जा रही थी और पूरे परिवार को मौज लगा रखी थी ? बिहार पुलिस को काम नहीं करने दिया । अब रिया का वकील कह रहा है कि बिहार में चुनाव देखते हुए इस मामले को राजनीति से जोड़ दिया गया है और मीडिया ट्रायल के कारण रिया की छवि खराब की जा रही है और बदनाम किया जा रहा है । इस पर रोक लगाई जाये । अब सत्यमेव जयते कहां गया ?
सचिन पायलट ने भी एक ही ट्वीट किया था कि सत्य को पराजित नहीं किया जा सकता, परेशान जरूर किया जा सकता है । अब वे कांग्रेस में लौटने को तत्पर हैं और जो भी जिम्मेदारी मिले निभाने को तैयार हैं । सत्य पराजित नहीं हुआ तो शर्मिंदा क्यों कर दिया ? सत्य या अपने आपको ? आप कहते हैं कि दुश्मन के बारे में भी ऐसी भाषा का उपयोग नहीं करता जो मेरे लिए उपयोग की गयी । आपका मान सम्मान कितना बढ़ा ? ज़रा दिल पर हाथ रख कर बताना । सत्यमेव जयते,,,,जय जन्माष्टमी और किशन कन्हैया लाल की ।
हाथी घोड़ा पालकी ,,,जय कन्हैया लाल की ,,,
संबित पात्रा को कल डिबेट में कुछ सूझ नहीं रहा था कि क्या कहें । बस राहुल की पालकी ढोने की बात बार बार । अपनी भाजपा के षडयंत्र पर कुछ बोला नहीं जा रहा था । भाजपा का मामला ही नहीं था । कांग्रेस की आपस की लड़ाई थी । अब मान मनोब्बल हो गयी तो खुश रहो । जैसे राजस्थान सरकार के दिन फिरे , वैसे सब सरकारों के फिर जायें ,,, पंजाब के भी ,,,,,,
राहत इंदौरी जैसे शायर हम से विदा हो गये । विनम्र श्रद्धांजलि ।