अष्टान्हिका महापर्व पर सिद्धचक्र महामंडल विधान विश्व शांति महायज्ञ व भजन संध्या 17 मार्च को
रोहतक, गिरीश सैनी। फाल्गुन माह की अष्टन्हिका महापर्व के अवसर पर एलपीएस बोसार्ड एवं यूपीएस लक्ष्मी समूह द्वारा सेक्टर-1 स्थित भगवान पारसनाथ दिगंबर जैन गजरथ मंदिर में सिद्धचक्र महामंडल विधान विश्व शांति महायज्ञ, मंगल प्रवेश एवं भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा।
दिल्ली से पैदल मंगल विहार करते हुए राष्ट्रीय संत श्वेत पिच्छाचार्य आचार्य विद्यानंद महाराज के परम प्रभावक शिष्य पट्टाचार्य श्रुत सागर महाराज ससंघ 16 मार्च को गाजे बाजे के साथ मंगल प्रवेश करेंगे। इस आयोजन की अध्यक्षता यूपीएस लक्ष्मी के निदेशक विजय जैन एवं एलपीएस बोसार्ड के एमडी राजेश जैन करेंगे।
यह सिद्धचक्र विधान 17 मार्च से 25 मार्च तक चलेगा। 17 मार्च को सायं 6.30 बजे आयोजित भजन संध्या में भजन सम्राट सौरव जैन (मध्यप्रदेश) भगवान का गुणगान करेंगे। 17 मार्च को सिद्धचक्र मंडल विधान प्रातः 6 बजे से शुरू होगा और सायं 7 बजे संगीतमय महाआरती की जाएगी। ये महाआरती वाणी भूषण बा.ब्र. निति भैया, पं. देवेन्द्र जैन शास्त्री अनमोल द्वारा संपन्न कराई जाएगी।