सरलता, सहनशीलता, सकारात्मकता नैतिक पेशेवर जीवन की आधारशिलाः प्रो. एम.एम. गोयल

सरलता, सहनशीलता, सकारात्मकता नैतिक पेशेवर जीवन की आधारशिलाः प्रो. एम.एम. गोयल

खानपुर कलां, गिरीश सैनी। भगत फूल सिंह महिला विवि के यूजीसी - मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र (एमएमटीटीसी) द्वारा आयोजित ऑनलाइन रिफ्रेशर कोर्स कार्यक्रम में कुरुक्षेत्र विवि के सेवानिवृत्त प्रोफेसर और तीन बार कुलपति रहे प्रो. एम.एम. गोयल ने शिरकत की।

उन्होंने दो सत्रों में “भारतीय महाकाव्यों से नेतृत्व के सबक: गीता और अनु-गीता” तथा “मूल्य-आधारित प्रबंधन एवं सीएसआर हेतु संस्कार: नीडोनॉमिक्स दृष्टिकोण” विषयों पर अपने विचार साझा किए। आधुनिक नेतृत्व में प्राचीन ज्ञान की प्रासंगिकता पर जोर देते हुए प्रो. गोयल ने कहा कि गीता और अनु-गीता आध्यात्मिक बुद्धिमत्ता प्रदान करती हैं, जो एआई प्रणाली जैसे चैट जीपीटी की क्षमताओं से कहीं अधिक है। उन्होंने संस्कार अपनाने पर जोर देते हुए कहा कि सरलता, सहनशीलता, सकारात्मकता, सहानुभूति और सांस्कृतिक मूल्य एक नैतिक और मूल्य पूर्ण पेशेवर जीवन की आधारशिला हैं। इस ऑनलाइन सत्र की अध्यक्षता एमएमटीटीसी की निदेशिका डॉ. शेफाली नागपाल ने की।