महामारी के बीच निर्यात में थोड़ी बढ़ोतरी संतोष की बात है: शरद कुमार सराफ, प्रेसिडेंट, फियो
हालांकि इस महामारी का असर मार्च और उसके बाद के निर्यात आंकड़ों पर अधिक साफ दिखाई देगा
लुधियाना: फरवरी 2020 में निर्यात के 2.91 फीसदी बढ़कर 27.65 डॉलर रहने पर प्रतिक्रिया देते हुए फियो के प्रेसिडेंट शरद कुमार सराफ ने कहा कि कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच इतनी बढ़ोतरी उत्साहवर्धक है, क्योंकि वायरस के प्रकोप के कारण दुनियाभर में निराशा छाई हुई है और देश ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में आपूर्ति श्रृंखला प्रभावित हुई है। हालांकि इस महामारी का असर मार्च और उसके बाद के निर्यात आंकड़ों पर अधिक साफ दिखाई देगा।
फियो के प्रमुख ने कहा कि तेल और कमोडिटी की कीमतें भी हाल में काफी गिरी हैं, जिसके कारण चीन, अमेरिका, यूरोप, जापान, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया, रूस, खाड़ी के देश जैसी प्रमुख वैश्विक अर्थव्यवस्थाएं भी प्रभावित हुई हैं।
फरवरी 2020 में 30 प्रमुख उत्पाद समूहों में से 16 में विकास हुआ है। इनमें पेट्रोलियम, इंजीनियरिंग गुड्स, ऑर्गेनिक एवं इनॉर्गेनिक रसायन, ड्रग्स एवं फार्मास्यूटिकल्स, इलेक्ट्रॉनिक गुड्स, सिरेमिक उत्पाद और ग्लासवेयर, लौह अयस्क, मानव निर्मित यार्न/फैब्स/मेड-अप्स, हैंडिक्राफ्ट्स एवं हैंडमेड कार्पेट, कार्पेट, मरीन उत्पाद और तिलहन शामिल हैं। हालांकि निर्यात के अन्य सभी प्रमुख सेक्टर अब भी नकारात्मक दायरे में हैं। इनमें तकरीबन निर्यात के सभी श्रमसाध्य सेक्टर शामिल हैं।
इसके अलावा निर्यात इस दौरान 2.48 फीसदी की मामूली गति से बढ़कर 37.50 अरब डॉलर रहा। यह अधिक तेज बढ़ोतरी नहीं है। क्रूड की कीमत घट रही है और कोरोना वायरस के कारण यूरोप और अमेरिका की भी आपूर्ति श्रृंखला बाधित हुई है। इसके देखते हुए अगले कुछ महीने में आयात में बेहतर स्थिति देखी जा सकती है।
श्री शरद कुमार सराफ ने कहा कि एमईआईएस स्कीम पर अनिश्चितता सहित घरेलू मुद्दे अधिक चिंता का विषय हैं, क्योंकि एमईआईएस पर स्पष्टता के अभाव में निर्यात मार्च 2020 के बाद के नए ठेके को लेकर असमंजस वाली हालत में हैं। इसके साथ ही जीएसटी और ड्रॉबैक क्लेम भी फंसे होने की वजह से जोखिम वाले निर्यातकों की नकदी समस्या भी बढ़ गई है।
फियो के प्रेसिडेंट ने दोहराया कि अपेरल्स और मेडअप्स के लिए एमईआईएस पर गतिरोध तुरंत हल किया जाना चाहिए। आज की गई RoDTEP की घोषणा के साथ ही अल्पावधि में न केवल वृद्धि की संभावनाओं को बढ़ाने में एक लंबा रास्ता तय करना होगा, बल्कि इससे मध्यम और दीर्घावधि में बहुत अधिक बढ़ावा मिलेगा। हालाँकि, कम से कम 3 महीने के लीड समय के साथ सभी उत्पादों के लिए इसे तत्काल प्रभाव से अधिसूचित किया जाना चाहिए ताकि निर्यातकों को नए आदेशों को अंतिम रूप देने और अंतरिम में एमईआईएस के साथ जारी रखते हुए नई योजना के लिए अपने संक्रमण को सुचारू बनाने में मदद मिल सके।
मौजूदा रुझान के साथ, फियो चीफ का विचार है कि वित्त वर्ष 2019-20 के लिए कुल व्यापारिक निर्यात USD 320-325 बिलियन अमरीकी डालर के दायरे में रहेगा, जो कि CAD को कम करने वाले 155-160 बिलियन अमरीकी डालर के व्यापार घाटे के साथ राजकोषीय घाटा को समाप्त करेगा।