शोध प्रकाशन के सामाजिक तथा वैश्विक कल्याणकारी पक्ष का होना अहम हैः अनिंद बोस
मदवि के विवेकानंद पुस्तकालय द्वारा लेखक कार्यशाला आयोजित।
रोहतक, गिरीश सैनी। विश्वविद्यालय शोध प्रकाशन के लिए शोध आलेख में नवीनतम तथा प्रासंगिकता महत्त्वपूर्ण पहलु हैं। शोध प्रकाशन के सामाजिक तथा वैश्विक कल्याणकारी पक्ष का होना भी अहम है। प्रतिष्ठित प्रकाशन समूह स्प्रिंगर नेचर, यूके के कार्यकारी संपादक अनिंद बोस ने शनिवार को महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के विवेकानंद पुस्तकालय के तत्वावधान में आयोजित लेखक कार्यशाला में मुख्य वक्ता के तौर पर ये उद्गार व्यक्त किए।
अनिंद बोस ने प्रकाशन की उपयोगिता, प्रकाशन के महत्व, प्रकाशन की आउटरीच तथा शोध प्रकाशन के एथिकल पहलुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि वैश्विक स्तरीय जर्नल्स में प्रकाशन के लिए शोधार्थियों को अध्ययनशीलता तथा नियमित लेखन की आदत डालनी होगी। अपने प्रभावशाली व्याख्यान में अनिंद बोस ने वैज्ञानिक लेखन तथा प्रकाशन के ब्लू प्रिंट की शानदार प्रस्तुति दी।
कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा कि शोध कार्य एक गंभीर शैक्षणिक कार्य है। प्रतिष्ठित शोध पत्रिकाओं में शोध प्रकाशन से प्राध्यापकों तथा शोधार्थियों के शोध कार्य की विश्वसनीयता एवं पहुंच बढ़ती है। उन्होंने कहा कि शोध लेखन एवं प्रकाशन में प्राध्यापकों तथा शोधार्थियों के क्षमता संवर्धन के दृष्टि से ये कार्यशाला काफी उपयोगी है। कुलपति ने गुणवत्तापूर्ण रिसर्च इकोसिस्टम विकसित करने पर विशेष बल दिया। उन्होंने विवेकानंद पुस्तकालय के लाइब्रेरियन डा. सतीश मलिक तथा टीम को इस आयोजन के लिए बधाई दी।
कार्यशाला के प्रारंभ में लाइब्रेरियन डॉ. सतीश मलिक ने स्वागत भाषण और कार्यशाला के महत्व बारे बताया। स्प्रिंगर नेचर के निदेशक सेल्स, मध्य एशिया विकास कुमार ने स्प्रिंगर ई-रिसोर्सेज के उपयोग में एमडीयू समुदाय की भूमिका पर प्रकाश डाला।
एमडीयू पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान विभाग के प्रोफेसर डॉ. निर्मल कुमार स्वैन ने शैक्षणिक लेखन के मूलभूत तत्त्वों तथा इसके लिए जरूरी तैयारी बारे व्याख्यान दिया। प्रो. निर्मल कुमार ने कार्यशाला में मंच संचालन किया। आभार प्रदर्शन सूचना वैज्ञानिक डॉ. सुंदर सिंह ने किया।
इस कार्यशाला में डीन, एकेडमिक अफेयर्स प्रो. सुरेन्द्र कुमार, डीन सीडीसी प्रो. ए.एस. मान, डीएसडब्लू प्रो. रणदीप राणा, निदेशक जनसंपर्क सुनित मुखर्जी, स्प्रिंगर नेचर के अधिकारी- अल्पना सागवाल, कूंज वर्मा, सतविंदर कौर व प्रतीक मित्तल, एमडीयू के विभागाध्यक्ष, प्राध्यापक, शोधार्थी मौजूद रहे।