समाचार विश्लेषण/सोनाली फौगाट: पिक्चर अभी बाकी है मेरे दोस्त
-*कमलेश भारतीय
सोनाली फौगाट की रहस्यमयी मृत्यु की जांच सीबीआई कर रही है । इसके बावजूद अभी कुछ खास रहस्य उजागर नहीं हुए हैं । इधर मंडी आदमपुर उपचुनाव पर सोनाली फौगाट का साया मंडरा रहा है । सोनाली की बहन चुनिव लड़ने के मूड में दिख रही है और यह भी कह रही है कि यदि भाजपा टिकट नहीं देगी तो भी चुनाव लड़ेगी ! दूसरी ओर जेठ कुलदीप फौगाट कह रहे हैं कि हमारे परिवार से कोई चुनाव नहीं लड़ेगा । जिसे लड़ना है वह अपनी हिम्मत से लड़े । हम यशोधरा के पैसे को किसी चुनाव में नहीं लगाने देंगे । यह तो उसके भविष्य के लिए है न कि राजनीति के लिए । कुलदीप बिश्नोई भी फट से पहुंच गये मनाने ! इसके बावजूद अब नया 'चिट्ठी कांड' सामने आ रहा है । अज्ञात व्यक्ति द्वारा लिखी चिट्ठी । यह दूसरी चिट्ठी है । पहली चिट्ठी गोवा पुलिस को सौंप दी थी । जिक्र भी नहीं किया लेकिन दूसरी चिट्ठी में चार नेताओं का जिक्र भी कर दिया है जो सोनाली फौगाट की मौत के जिम्मेदार बताये गये हैं । और सोनाली को मारने की डील दस करोड़ में पीए सुधीर सांगवान के साथ होने का दावा किया गया है ! किसे सोनाली की मौत चाहिए थी ? ब्लैकमेलिंग देर ब्लैकमेलिंग की अबूझ पहेली इसके पीछे मुख्य कारण बताई जा रही है । दुनिया है मेरे पीछे लेकिन मैं तेरे पीछे वाली बात हो गयी ! सोनाली को ब्लैकमेल किया जा रहा था , यह बात वह खुद मानती थी ! खीर में मिलाकर कुछ खिलाया और वीडियो बना लिया और फिर शुरू हुआ ब्लेकमेल का डर्टी गेम जो आखिरकार जानलेवा साबित हुआ !
अब मंडी आदमपुर उपचुनाव में विरोधी दल सोनाली फौगाट की रहस्यमयी मृत्यु को भुनाने में लगेंगे ! सोनाली की बहन यदि चुनाव में खड़ी हुई तो निश्चित ही उसका सारा चुनाव प्रचार इसी पर टिका रहेगा और इसका नुकसान कौन उठायेगा यह सब जानते हैं !
अभी सभी दल टिकट के लिए माथापच्ची कर रहे हैं । कुलदीप बेटे भव्य को लड़ाने के मूड में हैं और खुद केंद्र की राजनीति करने की इच्छा जता रहे हैं जबकि भाजपा कुलदीप को ही टिकट देने के मूड में है । आज चंडीगढ़ में कांग्रेस भी मंथन करने जा रही है । देखिए किसके नाम टिकट फाइनल होती है।
-*पूर्व उपाध्यक्ष, हरियाणा ग्रंथ अकादमी ।