समाचार विश्लेषण/महिला कोच के साथ खेल मंत्री का खेल?
-*कमलेश भारतीय
क्या हरियाणा के खेलमंत्री व ओलम्पिक हाॅकी खिलाड़ी संदीप सिंह ने जूनियर महिला कोच के साथ कोई खेल या खिलवाड़ कर दिया है ? क्या महिला कोच की बातों में कोई दम है या जैसे खेल मंत्री कह रहे हैं कि कोई राजनीतिक खेल हो गया है ? क्या महिला कोच विरोधी दल के हाथों खेल गयी है या फिर खेलमंत्री ही फाउल गेम के चलते पीले कार्ड दिखाने लायक हो गये हैं ? बहुत सिर्फ सवाल उठ रहे हैं और बहुत सारे जवाब विपक्ष सरकार से मांग रहा है । सबसे हैरानी की बात कि एक जिम में जाने पर जूनियर महिला कोच से छोटी सी मुलाकात के बाद खेलमंत्री ने इंस्ट्राग्राम पर चैटिंग शुरू कर ली और वो भी वेनिश मोड पर ताकि कोई सबूत न रहे । कभी ब्लाॅक किया तो कभी मनमर्जी से अनब्लाॅक ! यह भी खूब तरीका रहा इजहार का । मनमुटाव का और फिर दुर्भाव का , जो पंचकूला से झज्जर जाकर घास खोदने को कह दिया ।
कहानी अगस्त सितम्बर से है यानी आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान महिला कोच से खेलमंत्री मिले और फिर इंस्ट्राग्राम पर स्नेह चैट पर जुड़ने को कहा । कोठी पर आई तो सीसीटीवी की फुटेज से बाहर बिठाया और फिर जो हुआ वह सबके सामने आया । यानी फाउल गेम हुई , महिला कोच ने धक्का दिया और बाहर भाग आई , जहां खड़े सुरक्षाकर्मी उस पर हंस रहे थे ।
पहले महिला कोच बहुत खुश हुई , प्राउड फील किया यानी फील गुड ! फील जो बात बढ़ी तो बात यहां तक पहुंची कि दुनिया सुन रही है । लोग पूछ रहे हैं कि ऐसा कैसे ? खेलमंत्री दुहाई दे रहे हैं कि ऐसा कुछ नहीं हुआ । महिला कोच अपनी ट्रांस्फर के लिए इतना बतगंड़ बना रही है । महिला कोच उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला , गृहमंत्री अनिल विज तक पहुंची । जहां दुष्यंत चौटाला से मिल पाई , वहीं अनिल विज तक पहुंचने नहीं दिया गया । कितनी जगह पर फरियाद लेकर पहुंची लेकिन सबने सलाह दी कि पंगा मत लो । मंत्री है , क्या पता , क्या करवा दे , क्या पता जान से ही हाथ धो बैठो तुम ! चुपचाप रहकर काम करवा ले , जैसे मंत्री महोदय कह रहे हैं कि फ्यूचर बना दूंगा जैसे तीन चार खिलाड़ियों ने खुश रखा , वैसे खुश रखो तुम ! अब मंत्री महोदय कह रहे हैं कि इस महिला की पुरानी लाइफ की जांच होनी चाहिए । मैं तो खुद संग्राम कर खिलाड़ी बना , कप्तान बना , छोटी उम्र में विधायक व मंत्री बना । यह देखा नहीं जा रहा , इसलिये मेरे खिलाफ साजिश रची गयी है । मुख्यमंत्री जी , इस मामले की जांच करवाई जाये ! जांच तो महिला कोच भी मांग रही है ।
सारे आरोप लगाये इनेलो के कार्यालय में मीडिया के सामने । मंत्री महोदय का कहना है कि विरोधी पार्टी के ऑफिस जाकर मीडिया से रूबरू होना ही अपनेआप में इस बात का सबूत है कि इसके पीछे कोई न कोई साजिश है । अब यह तो जांच एजेंसियों का काम है । अभय चौटाला ने नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा से भी आग्रह किया है कि वे इस मुद्दे को उठायें । वे कह रहे हैं कि पहले महिला कोच का पक्ष सुन लूं । इस तरह मामला गंभीर है । आप पार्टी के सुशील गुप्ता ने भी जांच की मांग करने में देर नहीं लगाई । अब देखो क्या होता है भाई ? नाना पाटेकर का डायलाॅग कि साला एक मच्छर हिजड़ा बना देता है और साला एक धब्बा मंत्री पद पर आ बैठता है और खतरा बन जाता है ।
इस डर्टी गेम का जल्द पर्दाफाश होना चाहिए ।
-*पूर्व उपाध्यक्ष, हरियाणा ग्रंथ अकादमी ।