विद्यार्थियों को जीवन में रोजगारपरक कौशल की महत्ता से अवगत करवाया
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रोहतक, गिरीश सैनी। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर मेडिकल बायोटेक्नोलॉजी तथा सेंटर फॉर बायोइंफॉर्मेटिक्स के संयुक्त तत्वावधान में तथा कैरियर काउंसलिंग एवं प्लेसमेंट सेल के सहयोग से मंगलवार को- एम्प्लॉयबिलिटी स्किल एनहांसमेंट ट्रेनिंग वर्कशॉप प्रारंभ हुई।
सीएमबीटी के प्राध्यापक डॉ. हरि मोहन ने कार्यशाला के प्रारंभ में स्वागत भाषण दिया और जीवन में संचार कौशल एवं लाइफ कौशल की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए विद्यार्थियों को इन्हें विकसित करने के लिए प्रेरित किया। डॉ. रश्मि भारद्वाज तथा डॉ. अनिल कुमार ने जीवन में रोजगारपरक कौशल की उपयोगिता बारे जानकारी देते हुए कहा कि बेहतर कैरियर निर्माण में इसकी अहम भूमिका है।
बतौर रिसोर्स पर्सन नंदी फाउंडेशन, महिंद्रा प्राइड क्लासरूम के रविन्द्र पॉल सिंह ने कार्यशाला के प्रथम दिन विद्यार्थियों को जीवन में रोजगारपरक कौशल की महत्ता से अवगत करवाया। उन्होंने कार्यशाला की रूपरेखा बारे जानकारी देते हुए विद्यार्थियों से बेहतर करियर के लिए अपनी स्किल्स बढ़ाने पर विशेष फोकस करने की बात कही। उन्होंने बताया कि इस कार्यशाला में प्रभावी रिज्यूम राइटिंग, साक्षात्कार कौशल, प्रतिस्पर्धात्मक कौशल, संचार कौशल, जीवन कौशल तथा रोजगारपरक कौशल पर विशेष फोकस रहेगा। इस कार्यशाला में सेंटर फॉर मेडिकल बायोटेक्नोलॉजी तथा सेंटर फॉर बायोइंफॉर्मेटिक्स के विद्यार्थी भाग ले रहे हैं।