चुनौतियों से भागें नहीं विद्यार्थीः कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई
नव प्रवेश प्राप्त विद्यार्थियों के लिए ओरिएंटेशन कार्यक्रम आयोजित
हिसार, गिरीश सैनी। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा कि नए आगंतुक विद्यार्थियों का आगमन एक नए अध्याय का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी चुनौतियों से भागें नहीं, उनका सामना करें तथा चुनौतियों के निपटान में अपने शिक्षकों की मदद लें।
कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई हरियाणा स्कूल ऑफ बिजनेस के सौजन्य से मंगलवार को इंटीग्रेटेड एमबीए तथा इंटिग्रेटिड एमकॉम के नव आगंतुक विद्यार्थियों के लिए शुरू किए गए ओरिएंटेशन कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उद्यमी पवनीश कुमार तथा कुलसचिव प्रो. विनोद छोकर विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इस दौरान एचएसबी के निदेशक प्रो. विनोद कुमार बिश्नोई, अधिष्ठाता प्रो. कर्मपाल नरवाल व कार्यक्रम संयोजिका प्रो. सुनीता रानी मौजूद रहे।
कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा कि विद्यार्थी विवि में उपलब्ध सुविधाओं का फायदा उठाएं तथा एनएसएस, एनसीसी, कल्चरल, सेमिनार व अन्य गतिविधियों में भी भाग लें। उन्होंने कहा कि अपनी डिग्री के साथ-साथ विद्यार्थी विवि में उपलब्ध दूरस्थ शिक्षा व ऑनलाइन कोर्स कर सकते हैं तथा अपने कौशल को विकसित कर रोजगार योग्य बना सकते हैं।
कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत शैक्षणिक नीतियों में बदलाव किए गए हैं। शिक्षकों व गैर शिक्षक कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने नवागंतुक विद्यार्थियों से कहा कि स्कूल की बजाय विवि में उनकी जिम्मेदारी और अधिक होगी। विद्यार्थी अनुशासन में रहकर अपनी कक्षाएं नियमित रूप से लगाएं।
विशिष्ट अतिथि पवनीश कुमार ने भी नवागंतुक विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि एमबीए व एमकॉम के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने विद्यार्थियों से कौशल तथा कम्युनिकेशन स्किल्स बढ़ाने के लिए कहा। कुलसचिव प्रो. विनोद छोकर ने कहा कि विद्यार्थी अपने कौशल विकास के साथ-साथ लीडरशिप व प्रबंधन की भावना का भी विकास करें।
निदेशक प्रो. विनोद कुमार बिश्नोई ने स्वागत सम्बोधन किया। अधिष्ठाता प्रो. कर्मपाल नरवाल ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम संयोजिका प्रो. सुनीता रानी ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। मंच संचालन डॉ. अंजलि गुप्ता ने किया। इस दौरान अधिष्ठाता, विभागाध्यक्ष, विभाग के शिक्षक, शोधार्थी एवं विद्यार्थी मौजूद रहे।