विद्यार्थियों ने थाना भ्रमण कर जानी पुलिस की कार्यप्रणाली
रोहतक, गिरीश सैनी। हरियाणा उदय कार्यक्रम के तहत पुलिस अधीक्षक हिमांशु गर्ग के मार्गदर्शन में स्कूली विद्यार्थियों ने पुलिस थानों का भ्रमण कर पुलिस की कार्यप्रणाली बारे जानकारी हासिल की। स्कॉलर रोजरी स्कूल के विद्यार्थियों ने थाना आईएमटी व सीनियर सैकण्डरी स्कूल लाखनमाजरा के विद्यार्थियों ने थाना लाखनमाजरा का दौरा किया। इस विजिट का उद्देश्य विद्यार्थियों को पुलिस की कार्यप्रणाली तथा अपराध के बारे में अवगत कराना रहा।
प्रभारी थाना लाखनमाजरा निरीक्षक सुरेश कुमार व प्रभारी थाना आईएमटी उपनिरीक्षक हवा कौर ने विद्यार्थियों को अपराध होने पर किस प्रकार शिकायत दर्ज कराई जाती है तथा अगर अपराध संज्ञेय हो तो एफआईआर दर्ज कैसे होती है इस बारे विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि किसी भी व्यक्ति के साथ अपराध घटित होने पर घटनास्थल के नजदीकी थाने मे नि:शुल्क शिकायत या एफआईआर दर्ज करा सकते है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक थाना में साइबर हेल्प डेस्क, मित्र कक्ष व महिला हेल्प डेस्क स्थापित है। मित्र-कक्ष में अलग-अलग प्रकार की 16 सेवाएं पुलिस द्वारा आमजन को दी जाती है। जिनमें से प्रमुख हैं- शिकायत दर्ज कराना, सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत आवेदन करना, चरित्र सत्यापन, कर्मचारी सत्यापन, कार्यक्रम या आयोजन की आज्ञा, पुलिस क्लीयरेंस सर्टिफिकेट (पीसीसी), जलसा/जुलूस की अनुमति, घरेलू नौकर का सत्यापन, किरायेदार सत्यापन, गुमशुदा संपति रजिस्ट्रेशन आदि।
प्रभारी थाना आईएमटी ने छात्राओं को महिला हेल्प डेस्क के बारे व महिलाओं से संबंधित अपराधों बारे अवगत कराया। उन्होंने छात्राओं को दुर्गा शक्ति ऐप बारे भी जागरूक किया। दुर्गा शक्ति ऐप की सहायता से एक क्लिक पर तुरंत पुलिस सहायता प्राप्त कर सकते है। किसी भी प्रकार के शोषण, उत्पीड़न को सहन न करे। कोई भी घटना छोटी हो या बड़ी तुरंत अपने माता-पिता, परिजनों, अध्यापक आदि को बताए। घटना की सूचना बारे स्थानीय पुलिस या डायल 112 पर सूचित करें।
प्रभारी थाना लाखनमाजरा ने साइबर अपराध बारे जागरूक करते हुए बताया कि किसी भी प्रकार की लॉटरी या फ्री गिफ्ट आइटम के लालच में न आएं और अपने अकाउंट, एटीएम कार्ड, पिन नंबर, ओटीपी व अपनी निजी जानकारी किसी के साथ साझा ना करें। ऑनलाइन गेम खेलते समय बच्चों को सावधानी बरतनी चाहिए। किसी भी तरह की साइबर ठगी की घटना घटित होने पर इसकी सूचना तुरंत साइबर हेल्पलाइन 1930 पर दें और www.cybercrime.gov.in पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज करवाएं।