साउथ हरियाणा इकनॉमिक रेल कॉरिडोर के तहत फरुखनगर से लोहारू वाया झज्जर, चरखी दादरी और बाढ़डा तक सर्वे को मंजूरी
सांसद अरविंद शर्मा ने रेल मंत्री से मिलकर जताया आभार।
रोहतक, गिरीश सैनी। भाजपा सांसद डॉक्टर अरविंद शर्मा के अथक प्रयास से साउथ हरियाणा इकनॉमिक रेल कॉरिडोर (फरुखनगर से लोहारू वाया - झज्जर, चरखी दादरी और बाढ़डा के रास्ते) का सर्वे को रेल मंत्रालय ने मंजूदी दी है, साथ ही सर्वे पर खर्च होने वाले बजट को भी जारी कर दिया है। गढ़ी हरसरू से झज्जर तक दोहरी रेलवे लाइन पर करीब 1225 करोड़ की लागत आएगी। हरियाणा सरकार की ओर से इसे पहले ही मंजूरी मिल चुकी है, जोकि साउथ हरियाणा इकनॉमिक रेल कॉरिडोर (गढ़ी हरसरू - फरूखनगर - झज्जर - चरखी दादरी - लोहारू) का ही हिस्सा है।
मंत्रालय द्वारा सर्वे को मंजूरी दिये जाने पर सांसद अरविंद शर्मा ने रेल मंत्री से मिलकर आभार जताया और कहा कि इस कॉरिडोर के निर्माण से हरियाणा व दिल्ली सीधे तौर पर गुजरात की चार बंदरगाहों (कांडला, मुंद्रा, नवलखी और जखाऊ) से सीधे तौर पर जोड़ेगा, जोकि प्रदेश के विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
सांसद ने बताया कि रेलवे मंत्रालय ने गढ़ी हरसरू से लोहारू तक (वाया - सुल्तानपुर फरूखनगर, झज्जर, चरखी दादरी और बाढ़डा होते हुए) दोहरी रेलवे लाइन के फाइनल लोकेशन सर्वे के लिए तीन करोड़ 19 लाख के करीब बजट मंजूर किया गया है। बताया जा रहा है कि सर्वे अत्याधुनिक लेडार तकनीक के करवाया जाएगा, इसकी लंबाई तकरीबन 129 किलोमीटर की होगी और इस रेलवे कोरिडोर की स्पीड लिमिट 130 से 160 किलोमीटर प्रति घंटे की होगी। इसके इलावा ये रेल कॉरिडोर झज्जर को सीधे तौर पर झज्जर से बहादुरगढ और सोनीपत, झज्जर से गुरुग्राम और दिल्ली, झज्जर’ को ’फरीदाबाद और पलवल को ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर के माध्यम से जोड़ेगा’ ’साथ ही कोसली को भी इस रेल कॉरिडोर से जोड़ने के लिए कनेक्टिविटी का प्रावधान करवाया जाएगा। रेल कॉरिडोर के तहत छह स्टेशन (दादरी तोए, झज्जर, एम पी माजरा, छुछकवास, मतानहैल और बिरोहड़-खाचरोली ) झज्जर जिले मे प्रस्तावित है। सांसद ने बताया कि झज्जर के रास्ते दिल्ली से राजस्थान और गुजरात की ओर जाने वाली ट्रेनों को मिलेगा शॉर्टकट, झज्जर के रास्ते दिल्ली से भिवानी, दिल्ली से सीकर और झुंझुनू, दिल्ली से बीकानेर और जैसलमेर,दिल्ली से जोधपुर और बाड़मेर, दिल्ली से गोगामेड़ी, हनुमानगढ़ और श्री गंगानगर,साथ ही दिल्ली से गांधीधाम, भुज और द्वारका की ओर जाने वाली ट्रेनों को छोटा रास्ता मिलेगा।