कृषि, विज्ञान और तकनीक सब में तालमेल: प्रो बी आर काम्बोज
-कमलेश भारतीय
कृषि , विज्ञान और तकनीक सबमें तालमेल है और इसके साथ अनुसंधान और विस्तार कार्य भी जरूरी है । दोनों विश्वविद्यालय मिल कर इस तालमेल को बढ़ायेंगे । सब एक दूसरे से जुड़े हुए हैं । यह कहना है प्रो बी आर काम्बोज का जिन्होंने आज गुरु जम्भेश्वर विश्विद्यालय के कुलपति का कार्यभार भी संभाला । इसके बाद बातचीत की । इससे पहले वे अप्रैल माह से हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति बने और उससे भी पहले वे हकृवि के कुलसचिव रहे ।
मूल रूप से करनाल के गांव दाहा निवासी प्रो काम्बोज ने प्रारम्भिक शिक्षा राजकीय उच्च विद्यालय करनाल के संघोहा के राजकीय उच्च विद्यालय से पूरी की और फिर हरियाणा कृषि विश्विविद्यालय से स्नातक, स्नातकोत्तर व पीएचडी की ।
-प्रथम जाॅब कहां ?
-सन् 1994 में नीलोखेड़ी के संस्थान में मास्टर ट्रेनर के रूप में । इसके बाद यमुनानगर में अनुसंधान निदेशक बागवानी । फिर विस्तार शिक्षा में भी ।
-कोई महत्त्वपूर्ण उपलब्धि ?
-सन् 2010 मे तीन वर्ष के लिए हरियाणा की ओर से अंतर्राष्ट्रीय प्रोजेक्ट का सीनियर रिसर्च मैनेजर । कुल छब्बीस वर्ष का अध्यापन , अनुसंधान और विस्तार शिक्षा का अनुभव ।
-कुलसचिव कब बने ?
-सन् 2018 से हकृवि का कुलसचिव बना ।
-अब दो दो विश्विविद्यालयों के कुलपति की जिम्मेवारी मिलने पर कैसा अनुभव कर रहे हैं ?
-जिम्मेवारी के साथ साथ यह एक चुनौती भी है और हर चुनौती का सामना करने का अनुभव है । इससे दोनों विश्वविद्यालयों में आपस में संसाधन शेयर करेंगे । खासतौर पर आई टी क्षेत्र में । शोध में भी लाभ होगा ।
- एक विश्विद्यालय कृषि से जुड़ा और दूसरा विज्ञान व तकनीक से तो तालमेल कैसे ?
-कृषि भी तो तकनीक से जुड़ी है , विज्ञान से जुड़ी है और इसमें विस्थिर व अनुसंधान जोड़ दीजिए । सब एक दूसरे से जुड़े हैं । इन्हें आई टी से जोडूंगा ।
-हकृवि का सबसे महत्त्वपूर्ण कृषि मेला कोरोना के चलते लग नहीं पाया तो किसानों तक कैसे पहुंचे ?
-हमारे कर्मचारी और छात्रों के सहयोग के चलते हम किसानों को घर घर तक कृषि बीज उपलब्ध करवाने में सफल रहे । ऑनलाइन पर घर तक सारी जानकारी उपलब्ध करवाते रहे । वर्चुअल मेला लगाया और सब ठीक रहा तो फिर से असली मेला भी लगायेंगे पहले की तरह । सामुहिक रूप से ऑनलाइन विचार विमर्श बी किया लगातार । हम पंद्रह अगस्त तक किसानों तक घर घर पहुंच जायेगे ।
- अपने परिवार के बारे में बताइए ?
-मेरी पत्नी संतोष कुमारी रसायन शास्त्र की प्राध्यापिका थीं । अभी प्रिंसिपल पद पर प्रमोट हुई हैं । दो बेटे हैं -बड़ा अनुराग जो थापर इंजीनियरिंग काॅलेज , पटियाला से बी टैक है और छोटा पुलकित जो बंगलूर से आई टी है ।
-छात्रों के नाम क्या संदेश आपका ?
-दोनों विश्वविद्यालयों के छात्र रोज़गार देने वाले बनें ।
-आपके शौक ?
-योगा और सैर करता हूं सुबह सवेरे । आध्यात्मिक रूचि का हूं ।
हमारी शुभकामनाएं प्रो बी आर काम्बोज को ।