किशोरी बालिकाओं तथा महिलाओं के स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर को बेहतर बनाने के लिए काम कर रही तरंगिनी परियोजना
बलियाना, खेड़ी साध, बोहर और भालोठ गांव में जारी है जागरूकता अभियान।
रोहतक, गिरीश सैनी। एशियन पेंट के सहयोग से उन्नयन समिति द्वारा संचालित परियोजना तरंगिनी के अंतर्गत एक दिवसीय मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य परियोजना की पहुंच समाज के प्रत्येक वर्ग तक सुनिश्चित करना रहा ताकि परियोजना के माध्यम से सरकार द्वारा दी जाने वाली योजनाओं के विषय में ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरूक किया जा सके।
कार्यक्रम का शुभारंभ उन्नयन समिति की वरिष्ठ अधिकारी डॉ नीता दुबे ने किया। परियोजना प्रबंधक अल्पना शर्मा ने एशियन पेंट के सीएसआर सहयोग एवं उन्नयन समिति का संक्षिप्त परिचय देते हुए परियोजना तरंगिनी के विषय में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य 15 से 19 वर्ष तक की किशोरी बालिकाओं तथा 15 से 49 वर्ष तक की गर्भवती एवं स्तनपान कराने वाली माताओं के स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर को बेहतर बनाना है।
अल्पना शर्मा ने बताया कि वर्तमान में उन्नयन द्वारा रोहतक जिले के बलियाना, खेड़ी साध, बोहर और भालोठ गांव में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस दौरान किशोरियों को एनीमिया, माहवारी स्वच्छता प्रबंधन, आहार विविधता तथा जल सफाई एवं स्वच्छता अभ्यास के विषय में जागरूक किया गया। जिसके परिणाम स्वरूप किशोरी बालिकाओं में 10% एनीमिया की कमी दर्ज की गई। इसके साथ ही गर्भवती एवं स्तनपान कराने वाली माताओं को प्रसव पूर्व एवं प्रसव पश्चात देखभाल के विषय में जागरूक किया गया। जिसके फल स्वरूप कुल 10% एएनसी और पीएनसी जांच में वृद्धि हुई है। उन्होंने बताया कि इस सकारात्मक बदलाव में जिला स्वास्थ्य विभाग, जिला महिला बाल विकास विभाग एवं जिला शिक्षा विभाग तथा एशियन पेंट का अहम सहयोग रहा। साथ ही समुदाय में कार्यरत एएनएम, आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने भी प्रमुख योगदान दिया।
डॉ नीता दुबे ने समाज में स्वास्थ्य को लेकर व्याप्त अनेकों भ्रांतियों को समाप्त करने और जन जागरूकता फैलाने में मीडिया के सकारात्मक दृष्टिकोण एवं सहयोग को जरूरी बताया। कार्यक्रम के अंत में आगामी वर्ष की गतिविधियों के बारे में बताया गया कि इस वर्ष उन्नयन समिति एनीमिया स्वास्थ्य जांच शिविर, सामुदायिक बैठक, विशेष दिवस समारोह तथा व्यवहार परिवर्तन संचार सत्र इत्यादि के माध्यम से समुदाय में बेहतर स्वास्थ्य एवं पोषण को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से कार्य करेगा। ताकि एक बेहतर समाज का निर्माण हो सके। धन्यवाद ज्ञापन डॉ नीता दुबे ने किया। कार्यक्रम आयोजन में रेखा, कविता और विशाखा ने प्रमुख योगदान दिया।