समाचार विश्लेषण/डर लगने वाले को हार्दिक आभार
आखिरकार गुजरात के पाटीदार नेता व कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल ने कांग्रेस को पंजाब के सुनील जाखड़ की तरह गुड बाॅय कह दी है । उदयपुर के नव संकल्प चिंतन शिविर के बाद हार्दिक दूसरे नेता हैं जिन्होंने कांग्रेस को गुड बाॅय कहा है ।
-*कमलेश भारतीय
आखिरकार गुजरात के पाटीदार नेता व कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल ने कांग्रेस को पंजाब के सुनील जाखड़ की तरह गुड बाॅय कह दी है । उदयपुर के नव संकल्प चिंतन शिविर के बाद हार्दिक दूसरे नेता हैं जिन्होंने कांग्रेस को गुड बाॅय कहा है । हार्दिक पटेल पिछले एक माह से बराबर यह चेतावनी दे रहे थे कि मैं कांग्रेस में खुश नहीं हूं । कांग्रेस हाईकमान सोनिया गांधी से मीटिंग भी की लेकिन कोई हल नहीं निकला । आखिर अप्रत्यक्ष रूप से भाजपा की नीतियों की प्रशंसा करते हुए पार्टी को अलविदा कह दिया । अभी कुछ दिन में एक क्रांतिकारी छवि वाला युवा नेता भगवाधारी हो जायेगा । राहुल गांधी ने कहा है कि 'डर' जाने वाले को हार्दिक आभार ।
पिछले विधानसभा चुनाव में गुजरात में युवा नेताओं को साथ लेकर चलने में कांग्रेस को सफलता मिली थी । हार्दिक पटेल और जिग्नेश जैसे युवा नेताओं का साथ पा लिया था । अच्छा प्रदर्शन भी रहा लेकिन इन नेताओं को लगातार साथ जोड़कर नहीं रख पाई कांग्रेस । क्यों ? यह भी एक चिंतन शिविर का मुद्दा है । आखिर युवा नेता पार्टी में टिक क्यों नहीं रहे ? पंजाब में सुनील ने अलविदा कही । कहते हैं कि जैसे ही पार्टी ने नोटिस थमाया उनका मन खट्टा है गया और मन बना लिया कि छोड़कर चले जायेंगे और छोड़कर चले भी गये । अब हार्दिक पटेल भी चले गये । गुजरात के विधानसभा चुनाव से पहले यह किसी तगड़े झटके से कम नहीं । मानो या न मानो । पंजाब के सुनील और गुजरात के हार्दिक को लपकने के लिए भाजपा तैयार बैठी है । कुछ दिनों में ऐसी घोषणा हो भी सकती है । भाजपा को बैठे बिताये सफलता मिल रही है और कांग्रेस चिंतन शिविर के बाद भी चिंता में है ।
हरियाणा में भी दिन प्रतिदिन अटकलें चल रही हैं कि कांग्रेस के कुलदीप बिश्नोई भी कांग्रेस छोड़ने के लिए पर तौल रहे हैं और हरियाणा प्रदेश कांग्रेस प्रभारी विवेक बंसल भी कहते हैं कि अभी कुलदीप बिश्नोई अवसाद में हैं और इसी अवसाद में वे कब कांग्रेस का साथ झटक जायेंगे , कोई नहीं जानता । आप में जाने की चर्चायें चल रही हैं और किसी भी दिन वे कांग्रेस को अलविदा कह देंगे कि आप हमारे हैं कौन ? इस तरह अभी कांग्रेस में टूट फूट जारी है और चिंतन शिविर की जरूरत है । अभी और चिंतन कीजिए ।
-*पूर्व उपाध्यक्ष, हरियाणा ग्रंथ अकादमी ।