भारत का संविधान पूरी दुनिया में श्रेष्ठ संविधान हैः सहकारिता मंत्री डॉ अरविंद शर्मा

गांव लाहली में किया डॉ अंबेडकर की आदमकद प्रतिमा का अनावरण।

भारत का संविधान पूरी दुनिया में श्रेष्ठ संविधान हैः सहकारिता मंत्री डॉ अरविंद शर्मा

रोहतक, गिरीश सैनी। प्रदेश के सहकारिता, पर्यटन और कारागार मंत्री डॉ अरविंद कुमार शर्मा ने कहा कि भारतीय संविधान विश्व का सबसे बड़ा संविधान है। बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर ने हमें एक अनुपम संविधान दिया है। भारतीय संविधान में जहां एक तरफ हमें मौलिक अधिकार दिए गए हैं, वहीं दूसरी तरफ कर्तव्यों का वर्णन भी किया गया है। उन्होंने कहा कि किसी भी सूरत में नागरिकों के अधिकारों का हनन नहीं होने दिया जाएगा, इसके लिए केंद्र व प्रदेश सरकार प्रतिबद्ध है।

सहकारिता मंत्री डॉ अरविंद शर्मा मंगलवार को गांव लाहली में संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की आदमकद प्रतिमा का अनावरण करने के उपरांत समारोह में उपस्थित जनसमूह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व मंत्री डॉ बनवारी लाल ने की।

सहकारिता मंत्री डॉ अरविंद शर्मा ने कहा कि प्रत्येक नागरिक को संविधान के बारे में जानना जरूरी है। इसी के चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2015 से संविधान दिवस आयोजित करने का निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि 26 नवंबर 1949 को इसी दिन भारतीय संविधान को स्वीकारा गया और उसके बाद 26 जनवरी 1950 को भारतीय संविधान लागू हुआ। उन्होंने कहा कि आज भारत देश विश्व का सबसे बड़ा प्रजातांत्रिक देश है, जो हमारे संविधान की बदौलत ही है।

उन्होंने कहा कि विशेष कर युवाओं को संविधान के बारे में जागरूक करने को लेकर ही प्रधानमंत्री मोदी ने पूरा वर्ष संविधान के बारे में जागरूकता कार्यक्रम अभियान चलाया गया है, जिसमें गांव स्तर तक विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। सहकारिता मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में हरियाणा सरकार हर वर्ग के कल्याण के लिए नीतियां लागू कर रही है।

इस दौरान पूर्व मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने कहा कि भारतीय संविधान हमारे लिए सामाजिक समानता की अभिव्यक्ति है। संविधान की बदौलत ही हमारे अधिकार सुरक्षित हैं। संविधान ने पूरे देश को एकता के सूत्र में पिरोया है। इस दौरान जिला परिषद चेयरपर्सन मंजू हुड्डा, रेनू डाबला, महामंडलेश्वर राघवेंद्र भारती, शंकरानंद महाराज सहित आसपास के गांवों से अनेक गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।