विशेष व्याख्यान में बच्चे के जीवन के शुरुआती 1000 दिनों के महत्व पर प्रकाश डाला

हिसार, गिरीश सैनी। विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विवि के खाद्य प्रौद्योगिकी विभाग में एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया, जिसमें शिक्षाविद और विशेषज्ञ डॉ. संगीता चहल ने 'स्वस्थ शुरूआत, उज्ज्वल भविष्य' विषय पर अपने विचार साझा किए।
डॉ. संगीता चहल ने विशेष रूप से एक बच्चे के जीवन के शुरुआती 1000 दिनों के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि यह अवधि बच्चे के स्वस्थ विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होती है और शुरुआती 1000 दिनों में उचित और पौष्टिक भोजन के साथ-साथ आवश्यक पोषक तत्वों का सेवन बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास की नींव रखता है। उन्होंने बताया कि इस अवधि में पोषण संबंधी कमियां बच्चे के भविष्य के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं।
खाद्य प्रौद्योगिकी विभागाध्यक्ष प्रो. आराधिता बी. रे ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस दौरान कार्यक्रम आयोजक प्रो. अल्का शर्मा, प्रो. एम.बी. बेरा, प्रो. मनीष कुमार, इंजीनियर नेहा यादव सहित अन्य शिक्षक एवं विद्यार्थी मौजूद रहे।