गुजवि में तीन दिवसीय कंप्यूटर स्किल अवेयरनेस प्रोग्राम शुरू
हिसार, गिरीश सैनी। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के विश्वविद्यालयों को डिजिटल करने के उद्देश्य को पूरा करने के लिए विश्वविद्यालयों के कर्मचारियों का डिजिटल कौशल बढ़ाना आवश्यक है। शिक्षक तथा गैर शिक्षक दोनों ही कर्मचारी शिक्षण संस्थान की गाड़ी के दो पहिए हैं। गुजवि ने शिक्षकों के साथ-साथ गैर शिक्षक कर्मचारियों को भी नवीनतम तकनीकों की जानकारी देने के लिए विस्तृत योजना तैयार की है।
कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई वीरवार को मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण केन्द्र (एमएमटीटीसी) के सौजन्य से शुरू किए गए तीन दिवसीय कंप्यूटर स्किल अवेयरनेस प्रोग्राम के उद्घाटन समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता एमएमटीटीसी के निदेशक प्रो. नीरज दिलबागी ने की। कार्यक्रम का संयोजन शिक्षा संकाय की अधिष्ठाता प्रो. वंदना पूनिया ने किया। पीडीयूसीआईसी के निदेशक मुकेश अरोड़ा कोर्स कोऑर्डिनेटर हैं।
कुलपति ने कहा कि बदलती वैश्विक परिस्थितियों के अनुसार विश्वविद्यालयों को भी अपने आपको अपडेट व अपग्रेड करना होगा, क्योंकि विश्वविद्यालयों की जिम्मेदारी आने वाली पीढिय़ों को प्रशिक्षित करना भी है। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय इस दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। ऑनलाइन कोर्सों को बढ़ावा दे रहा है। उन्होंने प्रतिभागियों से कहा कि वे गंभीरता से इस प्रशिक्षण में भाग लें तथा अपने कौशल को बढ़ाएं। विश्वविद्यालय में लगातार इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता रहेगा।
एमएमटीटीसी के निदेशक प्रो. नीरज दिलबागी ने कहा कि इस कोर्स का उद्देश्य प्रतिभागी कर्मचारियों को केवल कंप्यूटर कौशल देना ही नहीं है, बल्कि विश्वविद्यालय के वर्क कल्चर को सृजनात्मक रूप देना भी है। शिक्षा संकाय की अधिष्ठाता प्रो. वंदना बिश्नोई ने अपने सम्बोधन में कोर्स की उपयोगिता तथा एमएमटीटीसी के बारे में जानकारी दी। पीडीयूसीआईसी के निदेशक मुकेश अरोड़ा ने बताया कि कोर्स के दौरान प्रतिभागियों को संबंधित विषय विशेषज्ञों द्वारा ईडीपी सेल की कार्यप्रणाली, ऑनलाइन एडमिशन प्रक्रिया, अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर, पीएफ सॉफ्टवेयर, ऑनलाइन एडमिशन काउंसलिंग तथा गूगल फॉर्म सीट आदि के बारे में प्रशिक्षित किया जाएगा। इस दौरान उप निदेशक जनसंपर्क डॉ. बिजेन्द्र दहिया मौजूद रहे।