सृजनशीलता विकसित करने के लिए ग्रीष्मकालीन अवकाश में एमडीयू में होगा कार्यशाला आधारित समर स्कूल का आयोजन।
रोहतक, गिरीश सैनी। एमडीयू के विद्यार्थियों में सृजनशीलता व रचनात्मकता संबंधित संचार विकसित करने के लिए ग्रीष्मकालीन अवकाश में कार्यशाला आधारित समर स्कूल का आयोजन किया जाएगा, जिसमें कला, संगीत, साहित्यिक एवं अन्य गतिविधियों के जरिए विद्यार्थियों के टैलेंट को तराशने का कार्य किया जाएगा। ये बात कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने वीरवार को कुलपति कार्यालय में आयोजित विशेष बैठक में विवि अधिकारियों को समर स्कूल के तहत विभिन्न कार्यशालाएं आयोजन करने के दिशा-निर्देश देते हुए कही।
कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने कहा कि परीक्षाओं के बाद जून माह में विद्यार्थियों के व्यक्तित्व के चहुंमुखी विकास को सुनिश्चित करने के लिए समर स्कूल आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि डीन, स्टूडेंट वेलफेयर कार्यालय के तत्वावधान में संगीत विभाग, दृश्य कला विभाग, अंग्रेजी विभाग, पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग, सेंटर फॉर लाइफ एंड सॉफ्ट स्किल्स तथा यूथ सेंटर फॉर स्किल डेवलपमेंट द्वारा समर स्कूल में कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी।
कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने कहा कि इन ग्रीष्मकालीन विशेष कार्यशालाओं के तहत वाद्य संगीत- हारमोनियम/सिंथेसाइजर/पियानो, तबला/ड्रम, गिटार, डांस-फोक व क्लासिकल, सितार, योग, ऐराबिक, वुडब्लॉक प्रिंटिंग, फैब्रिक पेंटिंग, ड्राइंग एंड वाटर कलर स्केचिंग, विडियोग्राफी- शूटिंग एंड एडिटिंग, फोटोग्राफी, आर्ट ऑफ पब्लिक स्पीकिंग आदि रचनात्मक प्रशिक्षण गतिविधियों का आयोजन होगा। कुलपति ने समर स्कूल में कला, संगीत और साहित्य समेत अन्य क्षेत्रों के प्रतिष्ठित/विशिष्ट जनों को बतौर रिसोर्स पर्सन बुलाने के विशेष दिशा-निर्देश दिए, जिससे उनके अनुभवों से विद्यार्थियों के कौशल में अभिवृद्धि हो।
कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने बैठक में उत्तराखंड के धानाचूली स्थित विवि हॉलीडे होम के बेहतर रखरखाव करने और वहां विद्यार्थियों की कैपेसिटी बिल्डिंग के लिए आयोजित की जाने वाली गतिविधियों को बढ़ावा देने की बात कही। डीन, स्टूडेंट वेलफेयर प्रो. रणदीप राणा ने समर स्कूल में आयोजित की जाने वाली गतिविधियों के आयोजन संबंधित ब्यौरा दिया। इस बैठक में वित्त अधिकारी मुकेश भट्ट, अधिशासी अभियंता जेएस दहिया, दृश्य कला विभागाध्यक्ष संजय कुमार, जनरल ब्रांच प्रभारी डा. विनय मलिक, हास्पिटैलिटी कंसल्टेंट दिलावर सिंह, टेक्निकल एडवाइजर अरुण गोयल, पीआरओ पंकज नैन, अधीक्षक कुलपति कार्यालय खैराती लाल तथा डीएसडब्लू कर्मी नरेश कुमार शामिल रहे।